जो तस्वीर साउथ कश्मीर के पुलवामा से आई है, उसमें नजर आ रहा है कि पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) का एक जवान बच्चे को अपनी गोद में उठाकर एनकाउंटर साइट से दूर ले जा रहा है।
यह फोटोग्राफ कश्मीर से निकलने वाले अखबार डेली इक्सेल्सीअर के फोटो जर्नलिस्ट युनिस खालिक ने क्लिक की थी। इस फोटोग्राफ को बाद में जम्मू कश्मीर पुलिस ने भी अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया।
फोटो शेयर करते हुए पुलिस ने थैंक्यू के साथ ही कहा कि वह हमेशा राज्य के लोगों की सेवा में तत्पर है।इस फोटो को जैसे ही जम्मू कश्मीर पुलिस की ओर ट्विटर पर पोस्ट किया गया, लोगों की तरफ से कई तरह की कमेंट्स आने लगे।
कुछ लोगों ने पुलिस को थैंक्यू कहा तो कुछ ने कहा कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने अपने बेस्ट ऑफिसर्स और जवानों को राज्य में सेवा के लिए तैनात किया है।
पुलवामा में जो एनकाउंटर हुआ था, उसमें सेना के 26 साल के जवान राहुल रैनसवाल और स्पेशल पुलिस ऑफिसर (एसपीओ) शहबाज अहमद भी शहीद हो गए।
राहुल, उत्तराखंड के रहने वाले थे और 50 राष्ट्रीय राइफल्स के साथ अटैच थे।पुलिस की तरफ से आतंकी के बारे में शुक्रवार को जानकारी दी गई। पुलिस ने बताया कि जो आतंकी मारा गया था, उसका नाम अबु सैफुल्लाह था।
21 जनवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा के अवंतिपोरा में एनकाउंटर हुआ था। अवंतिपोरा के खीरयू में हुए इस एनकाउंटर में दो आतंकी मारे गए थे।
इस एनकाउंटर की एक फोटोग्राफ तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस तस्वीर की वजह से राज्य पुलिस को काफी तालियां भी मिल रही हैं और जमकर तारीफ भी हो रही है।
जो आतंकी 21 जनवरी को हुए एनकाउंटर में मारे गए थे, उसमें एक आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा था। शुक्रवार को जम्मू कश्मीर पुलिस की तरफ से इस बात की आधिकारिक पुष्टि की गई है।