पाकिस्तान में आई ये बड़ी आफत, सड़को पर उतरे हजारो लोग

माइलवस्की ने कहा कि उनकी रिपोर्ट ने खालिस्तान चरमपंथियों और पाकिस्तान को बेनकाब कर दिया है, जहां वास्तव में सिख अभी भी इस्लाम में जबरन धर्म परिवर्तन, गुरुद्वारों पर हमले, अपहरण और हत्याओं से पीड़ित हैं.

 

उन्होंने कहा, “यह ऐसा है जैसे भारत-पाकिस्तान विभाजन के दिन अभी खत्म नहीं हुए हैं. यही वजह है कि पाकिस्तान में सिख आबादी तेजी से घट रही है.”

कनाडाई थिंक-टैंक मैकडॉनल्ड-लॉरियर इंस्टीट्यूट द्वारा प्रकाशित 9 सितंबर की रिपोर्ट ‘खालिस्तान : ए प्रोजेक्ट ऑफ पाकिस्तान’ लिखने वाले माइलवस्की ने कहा कि खालिस्तानी आतंकवादियों ने पाकिस्तान के प्रति अपनी निष्ठा की शपथ ली है.

मैकडॉनल्ड-लॉरियर इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट ने खालिस्तानी आतंकवाद पर वैश्विक बहस छेड़ते हुए और इसमें पाकिस्तान का हाथ होने को उजागर किया है.

विशेषज्ञ टेरी माइलवस्की ने इस विषय पर हाल ही में एक रिपोर्ट लिखी थी. उन्होंने 18 सितंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली स्थित थिंक टैंक लॉ एंड सोसाइटी अलायंस द्वारा आयोजित वेबिनार ‘खालिस्तानी टेररिज्म एंड कनाडा’ (खालिस्तानी आतंकवाद और कनाडा) में बोलने के दौरान यह कहा.

पाकिस्तान दशकों से अपनी सिख आबादी के साथ हत्या, दुष्कर्म, अपहरण और युवतियों का जबरन विवाह कराने जैसे कृत्यों को अंजाम देकर सिखों को प्रताड़ित करते आ रहा है.

इसके बाद भी वो भारत को तोड़ने के नापाक मंसूबों के साथ खालिस्तानी आतंकवाद और विश्व स्तर पर अलगाववादी आंदोलन को भड़काने और बढ़ावा देने के लिए वित्तीय मदद कर रहा है. एक कनाडाई विशेषज्ञ ने यह बात कही है.