बुजुर्ग ने की फांसी लगाकर खुदकुशी, वह गया था पुलिस के पास फंसी लगाने से पहले

थाना क्षेत्र के तोपखाना में सोमवार शाम एक बुजुर्ग ने फांसी लगाकर जान दे दी. बुजुर्ग के बेटे को पुलिस ने छेड़छाड़ के आरोप में हिरासत में ले रखा था. फांसी लगाने से पहले बुजुर्ग ने थाने आकर बेटे को झूठा फंसाने की बात कहते हुए फांसी लगाने की चेतावनी दी थी. पुलिस ने मुद्दे को हल्के में लिया  उनकी बात को अनसुना कर दिया. बुजुर्ग के खुदकुशी करते ही पुलिस ने हिरासत में लिए युवक को छोड़ दिया. परिजन अब लड़की पक्ष के विरूद्ध तहरीर देने की तैयारी में हैं.

भाजपा नेता से भी कही थी खुदकुशी की बात
रविवार को तोपखाना क्षेत्र निवासी युवती ने वहीं के रहने वाले महेश के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराया था. महेश पर छेड़खानी, हाथापाई  तेजाब फेंकने की धमकी देने का आरोप लगाया था. लालकुर्ती पुलिस ने सोमवार प्रातः काल महेश के बड़े भाई राकेश को हिरासत में ले लिया. दोपहर में राकेश के पिता राजेश शर्मा (58) लालकुर्ती थाने पहुंचे. उन्होंने बेटे को झूठा फंसाने का आरोप लगाया. बोला कि आरोप लगाने वाली युवती उनके घर आती-जाती रहती थी. दोनों एक-दूसरे को जानते हैं. उन्होंने थाने में बोला कि यदि बेटे को नहीं छोड़ा गया तो वह फांसी लगा लेंगे. पुलिस ने उनकी बात को अनसुना करते हुए थाने से वापस भेज दिया. सोमवार शाम करीब साढ़े चार बजे राजेश शर्मा ने घर में पंखे से लटककर फांसी लगाकर जान दे दी. लालकुर्ती पुलिस को जैसे ही यह जानकारी लगी तो खलबली मच गया. आनन-फानन में पुलिस ने कई घंटे से लॉकअप में बंद राकेश को रिहा कर दिया. पीड़ित परिजनों ने बताया कि लड़की पक्ष उन्हें लगातार परेशान कर रहा था. दिन में भी कई बार घर पर आकर धमकी देकर गए थे.

तोपखाना की लड़की ने रविवार रात छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराया था. लालकुर्ती पुलिस आरोपी की तलाश में गई, लेकिन वह नहीं मिला. पूछताछ के लिए पुलिस उसके छोटे भाई को थाने पर लाई थी. पूछताछ के बाद उसे छोड़ भी दिया गया. बेटे के कृत्य से उसके पिता परेशान थे. इसके अतिरिक्त लड़की पक्ष से भी उनकी नोकझोंक हो गई थी. संभवत: इसी वजह से उन्होंने फांसी लगाई है. मृत शरीर पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है. धवल जयसवाल, एएसपी कैंट

बीजेपी के कैंट महामंत्री विशाल ने बताया कि वह दोपहर करीब दो बजे महत्वपूर्ण कार्य से लालकुर्ती थाने गए थे. उन्हें राकेश वहां बैठा हुआ मिला. वह राकेश को पहले से जानते हैं. उन्होंने अपने मोबाइल से राकेश की बात उसके पिता से कराईं. विशाल ने बताया कि उस वक्त भी राकेश के पिता राजेश बार-बार फांसी लगाने की बात कह रहे थे. तब विशाल ने उन्हें यह कहकर शांत कर दिया कि यह इतना बड़ा मुद्दा नहीं है  राकेश छूट जाएगा.