रूस-यूक्रेन जंग के बीच अब चीन और ऑस्ट्रेलिया में युद्ध का खतरा मंडराने लगा हैं। ऑस्ट्रेलिया ने माना है कि चीन के साथ तनाव बढ़ रहा है जो युद्ध में बदल सकता है।
ऑस्ट्रेलिया के साथ ऑकस डील करने वाला अमेरिका हजारों की तादाद में सैनिक, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, घातक तोपें, रॉकेट और ड्रोन विमान ऑस्ट्रेलिया भेज रहा है।
ऑस्ट्रेलिया के डिफेंस फोर्स के मुताबिक ऐसा पहली बार हो रहा है जब अमेरिकी पैदल सेना के 250 जवान भी तैनात किए जा रहे हैं। यह अमेरिकी सैनिकों का जत्था हिंद-प्रशांत क्षेत्र के वॉशिंगटन के उस पहल का हिस्सा है जिसके जरिए आने वाले वर्षों में ताइवान पर चीन के आक्रमण के खतरे का जवाब देने के लिए तैयारी करना है। उन्होंने कहा कि दुनिया रूस के यूक्रेन पर हमले में व्यस्त है और चीन ताइवान पर कब्जा करने का दुस्साहस कर सकता है।
अमेरिकी नौसैनिकों की इस तैनाती के अलावा दोनों देशों के एयरफोर्स के बीच भी सहयोग बढ़ रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के 1000 मरीन सैनिक पहले ही ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुके हैं।