विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर सामने आया ये बड़ा सच, कानपुर वापसी के बीच…

एनकाउंटर वाली जगह पर आला अधिकारियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. अधिकारी घटना स्थल का मुआएना कर रहे हैं. एसपी अनिल कुमार ने भी विकास के मारे जाने की पुष्टि की है. एनकाउंटर में STF के दो जवान भी घायल हुए हैं. जिनका इलाज चल रहा है.

विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस उससे लगातार पूछताछ की. इस दौरान उसने कई बड़े खुलासे किए.

विकास दुबे ने कहा कि वह पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद शवों को जलाना चाहता था. जलाने के लिए शवों को एक जगह इकट्ठा किया गया था और तेल का इंतजाम भी कर लिया गया था. विकास ने पुलिसकर्मियों के संपर्क में होने की बात भी कही थी.

विकास को तीन गोलियां लगीं और वो गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

जानकारी के मुताबिक पुलिस वालों ने विकास को सरेंडर करने को कहा पर वो नहीं माना. पुलिस वालों के लाख समझाने के बाद भी उसने फायरिंग शुरू कर दी और मारा गया. घटनास्थल के आस-पास रहने वाले लोगों ने बताया कि उन्होंने गोलियां चलने की आवाज सुनी थी.

कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी विकास दुबे एनकाउंटर में मारा जा चुका है. यूपी एसटीएफ की टीम उसे उज्जैन से ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर ले जा रही थी.

लेकिन शहर से 17 किमी पहले भउती में सुबह 6:30 बजे काफिले की एक कार पलट गई. विकास उसी गाड़ी में मौजूद था. गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने पुलिस के एक जवान से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की. विकास दुबे और पुलिस के बीच गोलियां चली.