राम मंदिर के निर्णय को लेकर कांग्रेस पार्टी ने दिया ये रिएक्शन, कहा आगे नहीं बढ़ना चाहिए ये…

अयोध्या जमीन टकराव मुद्दे (Ayodhya Land Dispute) पर उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) के ऐतिहासिक   निर्णय को लेकर नेशनल कांग्रेस पार्टी पार्टी (AICC) की क्या लाइन हो इस पर कांग्रेस पार्टी वर्किंग कमिटी (CWC) की मीटिंग में बहुत ज्यादा देर चर्चा होती रही

कांग्रेस पार्टी के जानकार सूत्रों की मानें तो सोनिया गांधी (Sonia Gandhi)  राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बाद 4 वरिष्ठ नेता इस बात पर अड़े थे कि ‘कोर्ट के निर्णय का सम्मान करते हैं’ पार्टी को इस लाइन से आगे नहीं बढ़ना चाहिए हालांकि थोड़ी देर चर्चा के बाद पार्टी ने अपनी अधिकृत लाइन तय कर ली थी

CWC में लगी मुहर
सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर हुई CWC की मीटिंग में सभी वर्किंग कमेटी सदस्य, महासचिव, प्रदेश प्रभारी, कई राज्यों के अध्यक्ष, स्पेशल इनवाइटी भी शामिल हुए निर्णय से पहले पार्टी लाइन तय करने को लेकर ये मीटिंग थी मीटिंग की आरंभ ही इसी बात से हुई कि निर्णय अगर रामलला के पक्ष में आया तो कांग्रेस पार्टी की क्या आधिकारिक लाइन होनी चाहिए? पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने बोला कि कांग्रेस पार्टी उच्चतम न्यायालय के निर्णय का सम्मान करती है, इससे आगे पार्टी को बयान नहीं देना चाहिए

गलत मैसेज जाने का अंदेशा

वहीं मीटिंग में आए दूसरे नेताओं ने इसका विरोध किया उन्होंने बोला कि देश का जो माहौल है ऐसे में कांग्रेस पार्टी अगर राम मंदिर बनाने के पक्ष में बयान नहीं दिखती है तो ऐसा लगेगा कि पार्टी हिन्दू समाज के विरोध में है, इस पर सभी नेताओं की बात सुनने के बाद सोनिया गांधी ने पार्टी के लिए ये लाइन तय की कि मीडिया के सवाल जवाब में पार्टी खुलकर राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में बयान दे  नेताओं को ये आदेश भी दिया गया कि कोई भी पार्टी लाइन से अलग बयान मीडिया में न दें साथ ही मीटिंग में उच्चतम न्यायालय के निर्णय का ‘सम्मान’  ‘स्वागत’ को लेकर भी बहस हुई कुछ नेताओं का ये तर्क था कि पार्टी को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय में किसी भी पक्ष की तरफ नहीं दिखना चाहिए

इससे पहले कांग्रेस पार्टी धारा 370 हटाए जाने के निर्णय पर भी दो गुटों में बंटी दिखाई दी थी एक तरफ जहां सदन में पार्टी 370 को हटाने के विरोध में थी, वहीं कई युवा नेताओं ने इसके समर्थन में सोशल मीडिया पर खुलकर लिखा था इसी को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने ऐहतियातन निर्णय आने के साथ ही पार्टी लाइन तय कर ली