इस अभिनेत्री ने खोले इस फिल्म प्रोड्यूसर के ये राज़, फिल्म में लीड रोल के बदले मांगते है जिस्म

एक पॉपुलर अभिनेत्री श्रुति मराठे ने ह्यूमन ऑफ बॉम्बे के इंस्टाग्राम पेज पर एक पोस्ट लिखकर सनसनी मचा दी है। इस अभिनेत्री ने लिखा है कि कैसे एक फिल्म प्रोड्यूसर ने उन्हें ऑडिशन के लिए बुलाया। इसके बाद फिल्म में लीड रोल देने के बदले समझौता करने और एक रात रुकने की बात कही। फिल्म अभिनेत्री श्रुति मराठे ने उस प्रोड्यूसर को कैसा करारा जवाब दिया था, इस बात को पोस्ट में लिखा है।

 

रमा माधव और तप्तपदी जैसी मराठी फिल्मों में अभिनय कर चुकी अभिनेत्री श्रुति मराठे ने ह्यूमन ऑफ बॉम्बे के इंस्टाग्राम पेज पर अपनी पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि एक बार एक प्रोड्यूसर ने मुझे अपनी फिल्म में लीड रोल का ऑफर दिया तथा मुझे ऑडिशन के लिए बुलाया। इसके बाद जब मैं वहां पहुंची तो उसने शुरू में प्रोफेशनल व्यवहार किया, लेकिन बाद में समझौता और एक रात रूकने जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।

श्रुति मराठी ने आगे लिखा है कि जब मैंने पलटकर उस प्रोड्यूसर से ही पूछा कि अगर तुम चाहते हो कि मैं तुम्हारे साथ सोऊं, तो तुम हीरो को किसके साथ सोने के लिए भेज रहे हो। यह सुनकर वो प्रोड्यूसर चौंक गया। मैंने तुरंत ही दूसरों को उसके द्वारा किए व्यवहार को बताया, इसके बाद मैंने वो फिल्म छोड़ दी। हांलाकि श्रुति मराठी ने उस फिल्म प्रोड्यूसर के नाम का जिक्र नहीं किया है।

श्रुति मराठी ने लिखा है कि मुझे निडर बनने तथा करारा जवाब देने में महज एक मिनट लगा। मैं सिर्फ अपने लिए खड़ी नहीं हुई, बल्कि उन महिलाओं के लिए मैंने स्टैंड लिया जिन्हें ऑब्जेटिफाई या फिर जज किया जाता है। मेरी पहचान मेरे कपड़े नहीं बल्कि मेरी प्रतिभा, मेरी कड़ी मेहनत, मेरी सफलता है।

श्रुति मराठी ने बताया कि कोई बुरे दिन नहीं होते हैं, मुझे याद है अपने करियर की शुरुआत में एक साउथ की फिल्म के लिए मुझे बिकिनी पहनने के लिए कहा गया था, मैं दो बार बिना सोचे-समझे सहमत हो गई। क्योंकि मेरे लिए यह काफी था कि मुझे एक फिल्म में रहने का मौका मिल रहा था। हांलाकि मेरे बिकनी पहनने पर कुछ लोगों ने सवाल उठाए लेकिन मैं अपना काम करती रही। श्रुति मराठे ने लिखा है कि जब मैं 16 साल की थी तब से मैं इस इंडस्ट्री में हूं। इस दौरान मैंने कैमरे के पीछे रहकर अपनी लाइमलाइट को खुलकर जिया है। अभिनेता हमेशा एक आरामदायक जीवन जीते हैं, यह सच नहीं है।