दिल्ली हवाई अड्डे का टी2 अगले वित्तीय वर्ष में चार से छह महीने के लिए रहेगा बंद, बदलेगी सूरत
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दिल्ली हवाई अड्डा के संचालक डायल (दिल्ली इंटरनेशन एयरपोर्ट लिमिटेड) ने शुक्रवार को कहा कि चार दशक पुराना टर्मिनल 2 (टी2) नवीनीकरण कार्यों के लिए अगले वित्त वर्ष में चार से छह महीने तक बंद रहेगा। इसके पुनरोद्धार का कार्य सितंबर तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है।
राष्ट्रीय राजधानी स्थित इंदिरा गांधी अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआईए), देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा भी है। इसके तीन टर्मिनल हैं- टी1, टी2 और टी3। वर्तमान में, टी1 और टी2 का उपयोग केवल घरेलू उड़ानों के लिए किया जाता है।
दिल्ली अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डीआईएएल) ने एक विज्ञप्ति में कहा कि टी2 का नवीनीकरण कार्य 2025-26 में शुरू होगा और वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है। वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल 2025 से शुरू होगा। डायल के अनुसार, “इन सुधारों को पूरा करने के लिए टर्मिनल 2 को लगभग 4 से 6 महीने के लिए अस्थायी रूप से बंद रखा जाएगा।”
विज्ञप्ति में कहा गया है, “टर्मिनल 2 के अस्थायी रूप से बंद होने से परिचालन में न्यूनतम व्यवधान उत्पन्न होने की उम्मीद है, क्योंकि नया टर्मिनल 1 अतिरिक्त भार को संभालने में सक्षम है, इससे यात्रियों को निरन्तर सेवा सुनिश्चित होगी।” 2 का निर्माण 40 वर्ष पूर्व भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) की ओर से किया गया था।
विज्ञप्ति में कहा गया है, “दशकों पुराने टर्मिनल में कई बड़े बदलाव किए जाएंगे। इसका उद्देश्य यात्री अनुभव को बेहतर बनाना और भविष्य की विकास मांगों को पूरा करने के लिए हवाई अड्डे की क्षमता को बढ़ाना है।”
डायल के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने कहा कि चार दशक पुराने टी2 का नवीनीकरण समय की मांग है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रमुख बुनियादी ढांचे को उन्नत करके, परिचालन दक्षता में सुधार करके और यात्री सुविधा को बढ़ाकर समग्र यात्री अनुभव को बेहतर बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा, “टर्मिनल की अनुमानित यात्री क्षमता वित्त वर्ष 2025-26 तक अपने चरम पर पहुंचने की उम्मीद है, ऐसे में इसमें होने वाले बदलाव घरेलू यात्रियों के लिए बढ़ती मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण होंगे।” दिल्ली हवाई अड्डे से प्रतिदिन लगभग 1,300 उड़ानों का आवागमन होता है।