कलयुग का श्रवण कुमार बना यह बेटा जिसने बूढ़ी मां को स्कूटर पर बैठाकर करवाए तीर्थ स्थलों के दर्शन

बचपन से हम एक पौरोणिक कहानी सुनते आए। जिसमें श्रवण कुमार नाम का एक किरदार अपने अंधे मां-बाप को कंधे पर बैठाकर चार धाम की यात्रा कराता है। आधुनिक समय में यह नामुमकिन लगता है, लेकिन कर्नाटक के मैसूर के रहने वाले डॉक्टर कृष्णा कुमार ने इतिहास रचा है। उनके इस कारनामे की सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा है। कृष्ण कुमार ने 70 साल की अपनी बूढ़ी मां को स्कूटर पर बैठाकर कई तीर्थ स्थलों के दर्शन करवाए। उन्हें अगर 21वीं सदी का श्रवण कुमार कहा जाए तो बड़ी बात नहीं ।

हाल ही में वे अपनी मां को स्कूटर पर लेकर इस यात्रा के दौरान तिनसुकिया पहुंचे। उन्होंने ये यात्रा को मैसूर से शुरू की थी।कृष्ण कुमार ने आगे बताया कि सबसे पहले वे कर्नाटक से केरल गए ।जिसके बाद वे तमिलनाडु फिर पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार तक की यात्रा की और इतना ही नहीं कृष्ण ने बताया कि वे स्कूटर से ही नेपाल और भूटान भी गए। अब वे अरुणाचल प्रदेश के परशुराम कुंड की तरफ यात्रा करने जा रहे हैं।