रो-रो कर निर्भया की माँ का हुआ बुरा हाल, अब सुप्रीम कोर्ट में सीनियर एडवोकेट ने बलात्कार दोषियों को…

निर्भया की माँ आशा देवी ने सुप्रीम कोर्ट में सीनियर एडवोकेट इंदिरा जयसिंह के उस ट्वीट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उनसे दोषियों को माफ़ कर देने की अपील की गई थी.

निर्भया की माँ ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, “इंदिरा जयसिंह कौन है जो मुझे सुझाव दे रही हैं? पूरा देश चाहता है दोषियों को फांसी की सज़ा दी जाए. उन जैसे लोगों की वजह से बलात्कार पीड़ितों के साथ न्याय नहीं हो पाता है.”

सीनियर एडवोकेट इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट करके लिखा था, “मैं आशा देवी का दर्द समझती हूं, फिर भी अपील करती हूं कि वह सोनिया गांधी के उदाहरण पर चलें जिन्होंने नलिनी को माफ़ करते हुए कहा था कि वह उनके लिए मृत्युदंड नहीं चाहतीं. हम आपके साथ हैं मगर मृत्युदंड के पक्ष में नहीं हैं.”

इस पर निर्भया की माँ आशा देवी ने कहा, “यक़ीन नहीं होता कि इंदिरा जयसिंह ने इस तरह का सुझाव देने की हिम्मत भी कैसे कर ली. मैं सुप्रीम कोर्ट में कई कई बार उनसे मिली हूं. उन्होंने कभी मेरा हाल नहीं पूछा और आज वह दोषियों के लिए बोल रही हैं. ऐसे लोगों की रोज़ी-रोटी बलात्कारियों का समर्थन करके चलती है, इसीलिए बलात्कार की घटनाएं थम नहीं रहीं.”

उन्होंने कहा कि भगवान भी आकर उनसे कहें तब भी वह दोषियों को माफ़ नहीं करेंगी.

निर्भया मामले में दोषियों के ख़िलाफ़ नया डेथ वॉरंट जारी किया गया है. पटियाला कोर्ट ने दोषियों को फांसी देने के लिए एक फ़रवरी को सुबह छह बजे का वक्त तय किया है.

निर्भया की माँ आशा देवी ने सुप्रीम कोर्ट में सीनियर एडवोकेट इंदिरा जयसिंह के उस ट्वीट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उनसे दोषियों को माफ़ कर देने की अपील की गई थी.

निर्भया की माँ ने समाचार एजेंसी एनएनआई से बात करते हुए कहा, “इंदिरा जयसिंह कौन है जो मुझे सुझाव दे रही हैं? पूरा देश चाहता है दोषियों को फांसी की सज़ा दी जाए. उन जैसे लोगों की वजह से बलात्कार पीड़ितों के साथ न्याय नहीं हो पाता है.”

सीनियर एडवोकेट इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट करके लिखा था, “मैं आशा देवी का दर्द समझती हूं, फिर भी अपील करती हूं कि वह सोनिया गांधी के उदाहरण पर चलें जिन्होंने नलिनी को माफ़ करते हुए कहा था कि वह उनके लिए मृत्युदंड नहीं चाहतीं. हम आपके साथ हैं मगर मृत्युदंड के पक्ष में नहीं हैं.”

इस पर निर्भया की माँ आशा देवी ने कहा, “यक़ीन नहीं होता कि इंदिरा जयसिंह ने इस तरह का सुझाव देने की हिम्मत भी कैसे कर ली. मैं सुप्रीम कोर्ट में कई कई बार उनसे मिली हूं. उन्होंने कभी मेरा हाल नहीं पूछा और आज वह दोषियों के लिए बोल रही हैं. ऐसे लोगों की रोज़ी-रोटी बलात्कारियों का समर्थन करके चलती है, इसीलिए बलात्कार की घटनाएं थम नहीं रहीं.”

उन्होंने कहा कि भगवान भी आकर उनसे कहें तब भी वह दोषियों को माफ़ नहीं करेंगी.

निर्भया मामले में दोषियों के ख़िलाफ़ नया डेथ वॉरंट जारी किया गया है. पटियाला कोर्ट ने दोषियों को फांसी देने के लिए एक फ़रवरी को सुबह छह बजे का वक्त तय किया है.