पश्चिम एशिया के दौरे पर अमेरिकी विदेश मंत्री रूबियो, ट्रंप के गाजा प्रस्ताव पर सहमति बनाने की तैयारी
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अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो रविवार से पश्चिम एशिया के दौरे की शुरुआत कर रहे हैं। इस दौरे पर मार्को रूबियो गाजा पर राष्ट्रपति ट्रंप के प्रस्ताव पर सहमति बनाने की कोशिश करेंगे। डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिनों सुझाव दिया था कि गाजा पट्टी का नियंत्रण अमेरिका को दिया जाना चाहिए और अमेरिका वहां पुनर्निर्माण कराएगा। साथ ही ट्रंप ने अरब देशों से गाजा से विस्थापित लोगों को अपने यहां बसाने की मांग की है। इस्राइली पीएम ने ट्रंप के प्रस्ताव का स्वागत किया था, लेकिन अरब देशों ने इसे खारिज कर दिया था।
रूबियो ने कहा- अरब देश साझा करें प्लान
मार्को रूबियो ने बीते हफ्ते एक इंटरव्यू में कहा था कि ट्रंप के प्रस्ताव का उद्देश्य अरब देशों पर दबाव बनाना है कि वे भी गाजा पर ऐसी योजना पेश करें, जिससे गाजा में शांति आए और जो इस्राइल को भी स्वीकार्य हो। रूबियो ने कहा कि हमास की गाजा में कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अरब देशों से गाजा में सेना भेजने की भी मांग की ताकि हमास को खत्म किया जा सके। हालांकि उन्होंने अमेरिकी सैनिकों के गाजा में भेजने से इनकार किया। रूबियो ने कहा कि अगर किसी के पास ट्रंप के प्रस्ताव से बेहतर योजना है तो हमारे साथ साझा करे। अरब देशों के दौरे पर रूबियो सबसे पहले इस्राइल पहुंचेंगे। अभी ये साफ नहीं है कि क्या वे किसी फलस्तीनी नेता से भी मिलेंगे या नहीं। इस्राइल के बाद रूबियो सऊदी अरब और यूएई जाएंगे।
युद्धविराम समझौते पर सहमति बनाने की कोशिश जारी
इस्राइल और हमास के बीच युद्धविराम समझौता आशंकाओं के बीच अभी भी बना हुआ है। समझौते के तहत कई बंधकों को रिहा किया गया है। हालांकि इसकी समय सीमा मार्च के शुरुआती हफ्तों में ही खत्म होने वाली है। ऐसे में युद्धविराम के दूसरे चरण को लेकर बातचीत भी जारी है, लेकिन अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। इस्राइल ने संकेत दिए हैं कि अगर सहमति नहीं बन पाई तो वह फिर से हमास पर हमले शुरू कर देगा। राष्ट्रपति ट्रंप भी हमास को धमकी दे चुके हैं कि अगर उन्होंने युद्धविराम पर सहमति नहीं बनाई तो हमास को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।