‘2027 कुंभ मेले की तैयारियां धीमी, लेकिन चुनौतियों से पार पा लेंगे’, सीएम फडणवीस का बयान

नासिक: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि नासिक में 2027 कुंभ मेले की तैयारियां थोड़ी धीमी गति से आगे बढ़ रही हैं, लेकिन अब स्थिति में सुधार हो रहा है। उन्होंने नासिक कुंभ मेले को ‘आस्था और प्रौद्योगिकी’ का आयोजन बताया। नासिक में सीआईआई यंग इंडियंस के एक कार्यक्रम में बोलते हुए सीएम फडणवीस ने कहा कि बड़े पैमाने पर आयोजन में चुनौतियां आती हैं, लेकिन उन्होंने चुनौतियों को दूर करने का विश्वास भी जताया।
सीएम बोले- 2020 में ही तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए थी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचे पर काम अभी तय समय से पीछे चल रहा है, लेकिन स्थिति में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘हमने पिछले साल कुंभ मेले की तैयारियां शुरू कर दी थीं, लेकिन अगर हमने 2020 में काम शुरू कर दिया होता, तो आज हम बेहतर स्थिति में होते।’ सीएम फडणवीस ने कहा कि ‘साल 2015 में जब पिछली बार नासिक में कुंभ मेले का आयोजन हुआ था, उस वक्त कई वर्षों के बाद कुंभ मेले में किसी की मृत्यु नहीं हुई थी। हम उसी सफलता को दोहराने की कोशिश करेंगे और नासिक और त्रयंबकेश्वर के विकास के लिए प्रयास जारी हैं।’
‘आस्था और प्रौद्योगिकी का कुंभ’
नासिक में होने वाले आगामी कुंभ को फडणवीस ने ‘आस्था और प्रौद्योगिकी का कुंभ’ बताया और कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, भीड़ प्रबंधन प्रणाली और संवर्धित वास्तविकता (एआर) तथा आभासी वास्तविकता (वीआर) उपकरणों की उपस्थिति से लोगों को मेले में शानदार अनुभव मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘यह कार्यक्रम 300 एकड़ में आयोजित किया जाएगा, जो प्रयागराज के 7,500 हेक्टेयर से काफी छोटा है।’ फडणवीस ने चुनौतियों के बावजूद कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग के लिए साधुओं और संतों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रयागराज के 2025 के आयोजन में लोग आस्था के आधार पर एकजुट हो गए थे।
फडणवीस ने कहा, ‘देश भर से लोग प्रयागराज में आयोजित हुए कुंभ में शामिल हुए और इसने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बदल दिया। अगले साल राज्य के जीएसडीपी के आंकड़े चौंकाने वाले होंगे।’ उन्होंने महाराष्ट्र के कुंभ मेले में भी इसी तरह की आस्था और भागीदारी की उम्मीद जताई। मुख्यमंत्री ने लोगों से महाराष्ट्र से भी इसी भावना से जुड़ने की अपील की।