
नई दिल्ली: रविवार को कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की विवादित टिप्पणियों को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। साथ ही कांग्रेस ने भाजपा पर कई गंभीर आरोप भी लगाते हुए कहा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी. नड्डा का इन बयानों से खुद को अलग करना सिर्फ़ क्षति नियंत्रण है, जबकि असल सवाल यह है कि दोनों सांसदों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई।
बता दें कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा था कि अगर कानून सुप्रीम कोर्ट को ही बनाना है तो संसद और विधानसभाएं बंद कर दी जाएं। उन्होंने सीजेआई संजीव खन्ना पर भी सीधा निशाना साधते हुए कहा कि वे देश में गृह युद्ध जैसे हालात पैदा कर रहे हैं। वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा था कि कोई भी संसद और राष्ट्रपति को आदेश नहीं दे सकता।
भाजपा पर जयराम रमेश ने लगाए आरोप
कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा कि सुप्रीम कोर्ट और भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) पर भाजपा सांसदों की अमानवीय टिप्पणियों के बाद नड्डा का स्पष्टीकरण कोई मायने नहीं रखता।
साथ ही रमेश ने आरोप लगाया कि ये सांसद नफरत फैलाने वाले भाषणों में बार-बार पकड़े जाते हैं और भाजपा नेतृत्व (जी2) जानबूझकर इन्हें संस्थानों और व्यक्तियों को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल करता है। साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि क्या भाजपा ने इन सांसदों को कारण बताओ नोटिस भेजा है और क्या प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी इन बयानों पर मौन समर्थन नहीं मानी जाए?
कांग्रेस ने पूछे तीखे सवाल
जयराम रमेश ने दो टूक कहा कि भाजपा सांसदों की बार-बार की गई ऐसी टिप्पणियां लोकतंत्र और संविधान पर हमला हैं। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या भाजपा इन टिप्पणियों से पूरी तरह असहमत है, तो दोनों सांसदों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही?