
नई दिल्ली: सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने डॉ. भीमराव आंबेडकर की 135वीं जयंती पर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने सिर्फ बाबासाहेब के नाम का इस्तेमाल किया है, लेकिन उनके विचारों और संघर्षों को कभी नहीं अपनाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष आंबेडकर के योगदान का सम्मान नहीं करता है और ना ही उनके जीवन से जुड़े स्थानों पर विकास कर रहा है। बता दें कि आज देशभर में डॉ. बीआर आंबेडकर की 135वीं जंयती मनाई जा रही है। इसी दौरान एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए वीरेंद्र कुमार ने ये बातें कही।
वीरेंद्र कुमार ने विपक्ष पर कांग्रेस की ओर किया इशारा
केंद्रीय मंत्री ने आगे कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि जब वे सत्ता में थे, तब उन्होंने कई बार संविधान का उल्लंघन किया और अपने स्वार्थ के लिए आपातकाल भी लगाया। उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर ने संविधान को ऐसा बनाया कि उसमें जरूरत के अनुसार संशोधन हो सके, लेकिन उसका मूल उद्देश्य न्याय, समानता और एकता को हमेशा बनाए रखना है।
पिछड़ा वर्ग के लिए केंद्र सरकार के काम पर जोर
साथ ही केंद्रीय मंत्री ने पिछड़ा वर्ग के लिए केंद्र सरकार के काम पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया, जो विपक्ष लंबे समय तक सत्ता में रहते हुए भी नहीं कर सका। उन्होंने कहा कि पंचायत से लेकर संसद तक 56 साल तक शासन करने वालों ने आयोग को संवैधानिक दर्जा नहीं दिया, लेकिन मोदी जी ने यह करके दिखाया। कुमार ने कहा कि भाजपा ने संविधान को सर्वोच्च सम्मान दिया है और हमारे लिए संविधान देश की आत्मा है।
डॉ. आबंडकर को दी श्रद्धांजलि
अपने बयान के अंत में केंद्रीय मंत्री डॉ. आंबेडकर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बाबासाहेब ने एक छोटे परिवार से आकर, भेदभाव और अपमान सहते हुए भी अपनी शिक्षा पूरी की और समाज के सामने सवाल उठाया कि देश में भेदभाव क्यों है। उनके जीवन से हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए।