नितेश तिवारी ने लिखे थे ‘दंगल’ के पांच अंत, बताया क्यों फिल्म की कहानी लिखना था चुनौतीपूर्ण

आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ तो आपको याद ही होगी। गीता और बबीता फोगाट के जीवन पर आधारित इस फिल्म को दर्शकों ने काफी पसंद किया था। अब फिल्म के निर्देशक नितेश तिवारी ने ये खुलासा किया है कि उन्हें फिल्म लिखते समय काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। इसीलिए उन्होंने फिल्म के 5 अंत वैकल्पिक रूप में लिखे थे।
निर्देशक ने बताया क्या थी चुनौती
फिल्म समीक्षक कोमल नाहटा के साथ हालिया बातचीत में निर्देशक नितेश तिवारी ने फिल्म दंगल से जुड़े कई किस्से बताए। निर्देशक ने बताया कि उन्हें और उनकी टीम को फिल्म की कहानी लिखने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, क्योंकि लोगों को पता था कि गीता फोगाट गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। इसलिए वो फिल्म की कहानी को और बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे थे, जिसके लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी। नितेश ने कहा, “यह हमारे लिए एक लेखक के तौर पर काफी चुनौतीपूर्ण और चिंताजनक था, क्योंकि दर्शकों को पता था कि गीता स्वर्ण जीतने जा रही है। हमारे सामने चुनौती ये थी कि अब हम इसे दर्शकों के लिए अलग कैसे बनाएं। ”
बताया क्यों रखा महावीर फोगाट को फाइनल से बाहर
नितेश तिवारी ने आगे बताया, “हमने महावीर फोगाट को फाइनल से बाहर रखने का फैसला किया। यह कैसे होगा, इसके लिए हम लोगों ने पांच अलग-अलग तरीकों से कहानी लिखी। फिर अंततः हम जो फिल्म में हैं उस पर सहमत हो गए क्योंकि यह राष्ट्रगान के समय पर था और सही था। इस एंगल ने दर्शकों को ये सोचने की बजाय कि गीता मेडल जीतेगी या नहीं, ये सोचने पर मजबूर किया कि गीता अपने पिता की गैरमौजूदगी में मेडल कैसे जीतेगी। यही प्रमुख वजह थी जिस कारण हमने महावीर फोगाट को फाइनल से बाहर किया।”