नई दिल्ली: दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन जिसका शीर्षक वैश्विक चुनाव वर्ष 2024 रखा गया, को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मीडिया से बात की। उन्होंने बताया कि इन दो दिनों में खूब चर्चाएं हुईं। टेक्नोलॉजी को लेकर चर्चाएं की गईं। राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव प्रबंधन निकायों ने एक कार्य समूह गठित करने का फैसला किया, जिससे वे ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से लाइव आधार पर चुनौतियों पर चर्चा कर सकें।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, “इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कई प्रतिभागी शामिल थे। इन दो दिनों में अवसर, चुनौतियों, चुनाव प्रबंधन निकायों को दुनिया भर में निष्पक्ष और संचार मुक्त चुनाव कैसे कराने चाहिए, जैसे कई मुद्दों पर चर्चाएं हुईं। टेक्नोलॉजी को लेकर काफी चर्चाएं हुईं। सोशल मीडिया, एआई और साइबर सुरक्षा को लेकर अवसर भी हैं और चुनौतियां भी।”
उन्होंने आगे कहा, “इन सब पर चर्चा होने के बाद एक दिल्ली घोषणा पर हस्ताक्षर किए गए। यहां सभी चुनाव प्रबंधन निकायों ने एक कार्य समूह गठित करने का निर्णय लिया, जिससे वे ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से लाइव आधार पर चुनौतियों पर चर्चा कर सकें।”
एंथनी बैनबरी ने भी दी प्रतिक्रिया
इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर इलेक्टोरल सिस्टम्स के अध्यक्ष और सीईओ एंथनी बैनबरी ने भी दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण और सफल सम्मेलन था। चुनावों और चुनौतियों के बारे में बात करें तो आज के जमाने में चुनाव प्रबंधन निकाय इनका सामना कर रहे हैं। टेक्नोलॉजी, सोशल मीडिया, गलत सूचना, दुष्प्रचार के प्रभाव के बारे में भी बात की गई। हम उन अवसरों के बारे में भी बात कर रहे हैं जो नई टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ला सकती है। इससे चुनावों का भविष्य क्या होगा।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने चर्चा के लिए विषयों का एक बहुत ही दिलचस्प कार्यक्रम आयोजित किया। हम सभी को एक-दूसरे से सीखने और अनुभवों को साझा करने का मौका मिला, इससे हमें लाभ भी मिला। यह एक बहुत ही सफल सम्मेलन था।