सोमवार को महाराष्ट्र एंटी भ्रष्टाचार ब्यूरो (एसीबी) ने बताया कि उसने कथित सिंचाई घोटाले के नौ मुद्दे बंद कर दिए हैं। ब्यूरो के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इनमें से किसी मुद्दे का उपमुख्यमंत्री अजित पवार से कोई संबंध नहीं है। कांग्रेस पार्टी ने इस मुद्दे में बीजेपी पर कड़ा प्रहार किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस पार्टी के इस दावे के बाद करप्शन रोधी ब्यूरो ने यह स्पष्टीकरण दिया है, जिसमें बोला गया है कि महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार बनाने में मदद के बदले अजित पवार को ‘दोषमुक्त’ करार दिया गया। एसीबी के एक वरिष्ठ ऑफिसर ने बताया कि 2013 के सिंचाई घोटाले के जिन मामलों को बंद किया गया है, उनसे अजित पवार का कोई लेना-देना नहीं है। यह एक रुटीन जाँच है।
अपने बयान में एसीबी सूत्रों का बोलना है कि सिंचाई घोटाले की लगभग 3000 शिकायतें हैं। अन्य मामलों में जाँच जारी है। उन्होंने बोला कि जो मुद्दे बंद किए गए, प्रमाण मिलने पर फिर से खोले जा सकते हैं। एसीबी ने अजित पवार के विरूद्ध चल रहे मामलों के बारे में न्यायालय को सूचना दे दी है। महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक उथल पुथल का सीधा लाभ अजित पवार को मिलता दिख रहा है।