यहाँ जानिये आखिर हिन्दू धर्म में क्यों पहना जाता हैं जनेऊ व इससे होने वाले लाभ…

हिंदू धर्म में प्रत्येक हिन्दू का कर्तव्य है जनेऊ पहनना और उसके नियमों का पालन करना। जनेऊ धारण करने के बाद ही द्विज बालक को यज्ञ तथा स्वाध्याय करने का अधिकार प्राप्त होता है।

कान पर जनेऊ रखने और कसने से दिमाग की नसें एक्टिव होती है जिसका सीधा संबंध स्मरण शक्ति से होता है और उसमे बढ़ोतरी होती जाती है, दिमाग तेज़ दौड़ने लगता है।

मल विसर्जन के पश्चात् अच्छी तरह से अपने आप की सफाई करके ही वह जनेऊ को कान से उतार सकता है, ये सफाई उसे दन्त, पेट, मुँह, जीवाणुओं के रोगों से मुक्ति दिलाता है।

जनेऊ धारण करने वाला व्यक्ति गलत कामों पर ध्यान नहीं देता क्योंकि इसे धारण करने के पश्चात जनेऊ हमारे दिमाग को सचेत करता रहता है कि क्या सही है और क्या गलत।