Uttarakhand

मई में शुरू हो सकती है कैलाश मानसरोवर यात्रा, दिल्ली में हुई बैठक में मिले संकेत

पिथौरागढ़:  आखिरकार पांच साल बाद विश्व प्रसिद्ध कैलाश मानसरोवर यात्रा जल्द शुरू हो सकती है। विदेश मंत्रालय दिल्ली में हुई बैठक में इसके संकेत मिले हैं। पिथौरागढ़ के जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति चंद्र ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि मई महीने से कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू हो सकती है इसके लिए प्रदेश सरकार और पर्यटन विभाग तैयार है।

जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति चंद्र ने बताया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू करने के लिए विदेश मंत्रालय दिल्ली में बैठक हुई जिसमें वह भी शामिल रहे। बताया कि यात्रा को लेकर हुई बैठक सकारात्मक रही। बताया कि मई में यात्रा शुरू हो सकती है। उन्होंने कहा कि यात्रा को लेकर पर्यटन विभाग, जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार पूरी तरह तैयार है।

धारचूला से लिपुपास तक सड़क तैयार हो चुकी है। यात्रियों के ठहरने के लिए जगह-जगह केएमवीएन के हर्ट्स तैयार हैं। यदि यात्रा शुरू हुई तो यह सफलतापूर्वक संचालित होगी।

कोरोना काल से बंद है धार्मिक यात्रा
चीन स्थित कैलाश मानसरोवर देश-विदेश के भक्तों की आस्था का केंद्र है। वर्ष 2019 तक हर साल दुनियाभर के भक्त भगवान शिव के निवास स्थान कैलाश के दर्शन के लिए पहुंचते थे। कोरोना काल के बाद चीन के साथ रिश्ते बिगड़ने से यात्रा पर ब्रेक लगा तो भक्तों को निराश होना पड़ा। पिछले दिनों केंद्र सरकार ने कैलाश यात्रा शुरू करने की पहल की इसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही फिर से यात्रा शुरू होगी और भक्त शिव धाम पहुंचेंगे।

भारत-चीन व्यापार भी है बंद
कैलाश मानसरोवर यात्रा के साथ ही कोरोना काल के बाद भारत-चीन व्यापार पर भी रोक लग गई और दोनों देशों के कारोबारियों को निराश होना पड़ा। भारतीय व्यापारियों का तकलाकोट मंडी में तब से आज तक सामान डंप है इससे उन्हें लाखों रुपये का नुकसान हो चुका है। कैलाश यात्रा के साथ ही दोनों देशों के बीच फिर से व्यापार शुरू होने की उम्मीद है।

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