सीरिया में हुए तुर्की सेना के हमले में पत्रकारों की भी मौत

सीरिया में इस वक्त तुर्की सेना कुर्दों को निशाना बना रही है. रविवार को ऐसे ही एक हमले में कई नागरिकों की मृत्यु हो गई. युद्ध निगरानी संस्था के मुताबिक कम से कम 26 नागरिकों की जान गई है. आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि तुर्की सेना ने इस वक्त कुर्द लड़ाकों के विरूद्ध जंग छेड़ा हुआ है. अब कुर्दों ने इसके लिए सीरियाई सेना से मदद मांगने का निर्णय किया है.

हमले में पत्रकारों की भी मौत

सीरियाई मानवाधिकार पर्यवेक्षक के मुताबिक, करीब 10 लोग कुर्दों पर किए गए हवाई हमले का शिकार हो गए. स्टेफनी पेरेज नाम की एक महिला पत्रकार ने हमले को लेकर एक ट्वीट में बताया कि जिस काफिले को निशाना बनाया गया, उसमें वह भी जा रही थी. अपने ट्वीट में पेरेज ने लिखा, ‘हमारी टीम सुरक्षित है. लेकिन कुछ साथी मारे गए हैं.

वहीं, ब्रिटेन के वेधशाला की माने तो इस हमले में एक पत्रकार की मृत्यु हो गयी है. हालांकि, अभी तक मारे गए पत्रकार की राष्ट्रीयता का खुलासा नहीं हो सका है. बताते चलें कि अमरीका ने कुछ समय पहले ही उत्तरी सीरिया से अपनी सेना वापस बुलाने का निर्णय किया था. इस इलाके में दुनिया के सर्वाधिक कुर्द रहते हैं, जिनकी संख्या करीब 30 मिलियन हैं.

सीरियाई सेना करेगी कुर्दों की रक्षा

कुर्द अमरीका के खास सहयोगी के माने जाते हैं. हालांकि, तुर्की कुर्दों के विस्तार से डरकर उनपर आक्रमण कर रहा है. उस भय है कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो ये लड़ाके देखते ही देखते एक अलग देश कुर्दिस्तान बना लेंगे. फिलहाल, तुर्की के हमलों को रोकने के लिए कुर्दों ने सीरियाई सेना से एक डील की है. इसके तहत सेना उत्तरी सीमा पर उनकी सुरक्षा में मदद करेगी. बता दें कि पिछले सप्ताह से कुर्द नेतृत्व के अतंर्गत आनेवाले सीरियाई डेमोक्रेटिक फोर्सेस (SDF) के नियंत्रण वाले क्षेत्र में भारी बमबारी की जा रही है.