जेल में बंद आजम खान को लगा ये बड़ा झटका, योगी सरकार ने किया ऐसा…

शासन स्तर से रामपुर जिले के लोकतंत्र सेनानियों के नामों की अपडेट सूची जारी की गई है। इस अपडेट सूची में आजम खान का नाम नहीं है। शासन स्तर से जारी इस अपडेट सूची में केवल 35 लोगों का ही नाम है।

 

इस बाबत जब मीडिया ने रामपुर डीएम आन्जनेय कुमार सिंह से पूछा तो उन्होंने बताया कि मेरी जानकारी के मुताबिक आपराधिक मुकदमे दर्ज होने की वजह से सांसद आजम खान की पेंशन रोकी गई है। कुछ समय पहले इस बारे में शासन स्तर से जानकारी मांगी गई थी।

गौरतलब है कि प्रदेश में योगी सरकार के आते ही सांसद आमज खान पर कई मुकदमें दर्ज किए गए थे। उन पर जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन कब्जाने, सरकारी जमीन पर कब्जा कर हमसफर रिसॉर्ट बनाने जैसे कई मुकदमे दर्ज है। इतना ही नहीं, आजम खान पिछले साल भर से सीतापुर की जेल में बंद हैं।

देश में आपातकाल के दौरान जेल जाने वालों के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने 2005 में सपा सरकार के कार्यकाल के दौरान लोकतंत्र सेनानी पेंशन योजना की शुरूआत की थी।

इस योजना के तहत आजम खान को भी पेंशन दी जा रही थी, लेकिन अब योगी सरकार ने आजम खान की पेंशन पर रोक लगा दी है। बता दें कि आपातकाल के दौर में आजम खान अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र संघ से जुड़े थे और जेल भेजे गए थे। लोकतंत्र सेनानी पेंशन की शुरुआत के समय से उन्हें भी यह पेंशन दी जा रही थी।

सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और रामपुर से सांसद आजम खान को एक और झटका लगा है। दरअसल, आमज खान को मिलने वाली लोकतंत्र सेनानी पेंशन पर योगी आदित्यनाथ सरकार ने रोक लगा दी है।

लोकतंत्र सेनानी पेंशन पर रोक लगाने का फैसला आजम खान पर दर्ज मुकदमों को देखते हुए योगी सरकार ने लिया है। इस बात की जानकारी रामपुर जिले के जिलाधिकारी ने दी है।

बता दें, लोकतंत्र सेनानी पेंशन शुरूआत में 37 लोगों को मिलती थी, जिनकी संख्या अब 35 रह गई है। वहीं, शुरू में पेंशन की रकम केवल पांच सौ रुपए प्रतिमाह थी, जो अब बढ़कर 20 हजार रुपए हो गई है।