चीन को घेरने में जुटे ट्रंंप के लिए जरूरी…बुरी तरह प्रभावित

चीन को मात देने के लिए डोनाल्ड ट्रंप को हिंदुस्तान का साथ महत्वपूर्ण हो गया है. ट्रंप जानते हैं कि हिंदुस्तान के बिना वह चाइना को हर मोर्चे पर हराना मुश्किल होगा. ऐसे में अमरीका हिंदुस्तान ने कई ऐसे स्टेट ऑफ द ऑर्ट हथियार हिंदुस्तान को दिए हैं जो वह जल्दी किसी दूसरे देश को नहीं देता.

इस समय जी-7 में अमेरिका, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, इटली, जर्मनी, जापान देश शामिल हैं. जी-7 की मीटिंग में अमरीका कोरोना वायरस व साउथ चाइना सी मामले पर चाइना के विरूद्ध कड़े प्रतिबंधों को लगाने के लिए अपने गुट को मजबूत कर रहा है. बता दें कि व विदेश मंत्री माइक पोम्पियो कई बार चाइना को इस संक्रमण का दोषी ठहरा चुके है. इस दौरान उन्होंने चाइना पर बड़ी कार्रवाई की बात कही है.

अमरीका (America) ने चाइना (China) को घेरने की ठान रखी है. कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर चाइना लगातार आलोचनाओं का शिकार हो रहा है. अमरीका समेत कई यूरोपीय देश चाइना को संक्रमण का दोषी मान रहे हैं.

ऐसे में अमरीका संसार के सबसे ताकतवर आर्थिक शक्तियों के संगठन में हिंदुस्तान को शामिल चाहता है. ने हिंदुस्तान समेत चाइना के धुर विरोधियों को शामिल करने की कवायद छेड़ रखी है. इस सम्मेलन को आखिरी वक्त पर सितंबर तक के लिए टाल दिया है. बताते चलें कि इस संगठन में शामिल सभी सात देश कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित हैं.

डोनाल्ड ट्रंप जी-7 में भारत, रूस, साउथ कोरिया व ऑस्ट्रेलिया को भी शामिल करना चाहते हैं. इन राष्ट्रों के संबंध चाइना के साथ बेहतर नहीं हैं. बताते चलें कि हिंदुस्तान व चाइना के बीच लद्दाख सीमा पर विवाद चल रही है. वहीं, दक्षिण चीन सागर को लेकर ऑस्ट्रेलिया के साथ चाइना के संबंध ठीक नहीं है. हाल ही में चाइना की सरकारी मीडिया ने ऑस्ट्रेलिया को अमेरिका का कुत्ता तक ती संज्ञा दे चुकी है.