‘ऐसा लगा जैसे पैर के नीचे पटाखे फूट रहे हों’, बाबा सिद्दीकी पर हमले के दौरान घायल शख्स ने बताया वाकया
मुंबई: मुंबई के सबसे व्यस्ततम इलाकों में से एक बांद्रा में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की वारदात को जिस तरह अंजाम दिया गया, इससे सभी हैरान हैं। बाबा सिद्दीकी के साथ मौजूद पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते कि तब तक बदमाशों ने छह राउंड गोलियां फायर की। इसमें तीन गोलियां बाबा सिद्दीकी को लगी जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। वहीं इस दौरान एक गोली मौके से गुजर रहे एक शख्स के पैर में भी लगी है।
गोलियां चलने के बाद कैसा था माहौल?
जानकारी के मुताबिक, राज कनौजिया नाम के एक शख्स के पैर में गोली लगी है। जो इस वारदात के दौरान एक दुकान से वापस लौट रहा था, उसने बताया कि दशहरा का पर्व था और माहौल ऐसा था। ऐसा लगा जैसे पटाखे फूट रहे हों। मुझे लगा जैसे मेरे पैर पर पटाखा फूट गया हो। जब मैंने पैर को देखा तो खून निकलता दिखा, जल्द ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई, लोग इधर-उधर भागने लगे। लोग चिल्लाने लगे, फायरिंग हुई है, फायरिंग हुई है। मैं जैसे तैसे एक पैर पर लंगड़ाते हुए मैं किसी तरह पास के मंदिर में पहुंचा, जहां कुछ लोग मुझे अंदर ले गए और फिर मुझे अस्पताल ले जाया गया।
लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर की गई हत्या!
मुंबई पुलिस को संदेह है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर की गई, जो गुजरात जेल में बंद है। वहीं इस वारदात में शामिल शूटर गुरमेल बलजीत सिंह और धर्मराज राजेश कश्यप को उसी रात ही गिरफ्तार कर लिया गया था। तीसरा शूटर शिव कुमार अभी भी फरार है। मामले में कथित तीन शूटरों में से दो – शिव कुमार और राजेश कश्यप – यूपी के बहराइच के गंडारा गांव के हैं। गरीब परिवारों से आने वाले दोनों ही होली के बाद पैसे कमाने के लिए अपने गांव से पुणे चले गए थे।
पुलिस ने जांच के लिए गठित की 15 टीमें
कथित शूटर शिव कुमार ने हाल के महीनों में अपने गैंगस्टर होने का दिखावा करते हुए ऑनलाइन कंटेंट पोस्ट करना शुरू कर दिया था। उसने 24 जुलाई को अपने इंस्टाग्राम पर अपनी फोटो पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा था, यार तेरा गैंगस्टर है जानी। जिसमे उसने एक फोटो पोस्ट में वह मोटरसाइकिल पर सवार था और बैकग्राउंड में हरियाणवी गाना बज रहा था। वहीं इस मामले में मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जो हाई-प्रोफाइल हत्या से जुड़े लोगों की तलाश में महाराष्ट्र से बाहर निकल गई हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आश्वासन दिया है कि सिद्दीकी की नृशंस हत्या के लिए जिम्मेदार लोग न्याय से बच नहीं पाएंगे।