भारतीय मूल के मंत्री पर भ्रष्टाचार के मामले में कारोबारी भी शामिल, उपहार लेने के लिए उकसाने का आरोप
सिंगापुर में भारतीय मूल के पूर्व परिवहन मंत्री एस. ईश्वरन को हाई कोर्ट ने भ्रष्टाचार के मामले में 12 महीने की सजा सुनाई थी। शुक्रवार को एक प्रोपर्टी कारोबारी पर ईश्वरन के मामले में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। 78 वर्षीय ओंग बेंग सेंग पर एक लोक सेवक को उपहार लेने के लिए उकसाने और न्याय में बाधा डालने का आरोप है। पूर्व मंत्री ईश्वरन को उपहार के तौर पर फॉर्मूला वन (एफ1) का टिकट और ओंग से दोहा की यात्रा जैसी चीजें प्राप्त करने के लिए दोषी ठहराया गया था।
कोर्ट के दस्तावेजों के अनुसार, दिसंबर 2022 में ओंग ने ईश्वरन को प्राइवेट विमान पर लगभग 7,700 अमेरिकी डॉलर (6,46,582 रुपये) की कीमत पर सिंगापुर से दोहा की यात्रा की पेशकश करके एक मूल्यवान वस्तु प्राप्त करने के लिए उकसाया था। उन्होंने दोहा के एक होटल में 4,737.63 सिंगापुर डॉलर (3,06,922 रुपये) के मूल्य पर एक रात ठहरने और ईश्वरन के लिए दोहा से सिंगापुर के लिए एक बिजनेस क्लास की उड़ान की भी व्यवस्था की थी।
रिपोर्ट में बताया गया कि चार्जशीट के अनुसार, ईश्वरन को मालूम था कि यह सिंगापुर ग्रैंड प्रिक्स 2022 से 2028 के लिए सिंगापुर जीपी और सिंगापुर पर्यटन बोर्ड के साथ सुविधा समझौते से जुड़ा था। ईश्वरन एफ1 संचालन समिति के अध्यक्ष सिंगापुर जीपी के मुख्य वार्ताकार थे। वहीं ओंग एफ1 रेस प्रोमोटर सिंगापुर जीपी के अध्यक्ष थे।
अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, वोंग ने ही ईश्वरन को बताया था कि भ्रष्टाचार विरोधी निकाय ने दिसंबर 2022 में यात्रा के लिए फ्लाइट मैनिफेस्ट को जब्त कर लिया है। पूर्व परिवहन मंत्री ईश्वरन जांच से बचने के लिए ओंग से बिल चुकाने को कहा था। ओंग पर धारा 165 के तहत उकसाने का आरोप लगाया गया है। इसके साथ ही उनपर न्याय में बाधा डालने का भी आरोप है। ओंग के वकील ने छह सप्ताह का समय मांगा और मामले को प्री-ट्रायल कॉन्फ्रेंस में बदलने के लिए कहा। अभियोजन पक्ष ने कहा कि उसे कोई आपत्ति नहीं है। मामले की सुनवाई 15 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई।