भारत-चीन को लेकर सामने आई ये बड़ी खबर, तनाव खत्म करने…पहुची टीम…

‘मोदी डॉक्ट्रिन’ के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि गोली चलने की नौबत न आए लेकिन LAC का स्टेटस बना रहे. भारत को अपनी सीमा में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने का हक है. सीमा पर शांति और स्थिरता बनी रहे, ये लक्ष्य रहेगा.

 

बता दें कि भारत और चीन के बीच का ताजा विवाद लद्दाख को लेकर है. यहां पर दो इलाके पैंगोंग त्सो का गलवान घाटी और फिंगर 4 में तनातनी बढ़ी हुई है. इन दोनों इलाकों में 9 और 10 मई से ही सीमा के दोनों ओर हजार से ज्यादा सैनिक आमने-सामने आ चुके हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने यहां न केवल टेंट लगा दिए हैं, बल्कि भारी वाहन, हथियार तैनात किए गए हैं. इसको देखते हुए भारतीय सेना भी चौकस हो गई है. ऐसे में भारत भी किसी भी हाल में पीछे हटने को तैयार नहीं है.

दरअसल, भारत द्वारा लोगों के लिए बनाई जा रही सड़क को चीन द्वारा रोकने की कोशिश हो रही है. भारत ने यह साफ कर दिया है कि यह हमारे इलाके में हो रहा है और यह लोगों की मदद के लिए कर रहे हैं. इसका स्ट्रेटजी के तौर पर कोई लेना देना नहीं है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डोकलाम टीम इसका नेतृत्व करेगी. NSA अजित डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ विपिन रावत इस टीम का हिस्सा होंगे. मालूम हो कि 2017 में जयशंकर विदेश सचिव थे और विपिन रावत आर्मी चीफ थे.

भारत-चीन (India-China) के बीच बने तनाव को खत्म करने के लिए ‘मोदी डॉक्ट्रिन’ तैयार हो गई है. विवाद को डोकलाम स्टाइल में सुलझाने की कोशिश की जाएगी. एक तरफ सीमा पर सेना अलर्ट रहेगी और साथ ही साथ दूसरी ओर शांतिपूर्ण तरीके से बातचीत की जाएगी.