निर्दलीय ने दिखाया दम, काम पर मिला वोट; भाजपा-कांग्रेस बेदम
गूलरभोज: गूलरभोज नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्दलीय ने बाजी मारी है। टिकट न मिलने पर भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे सतीश चुघ ने न सिर्फ अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की, बल्कि सात में से पांच सभासद भी अपने साथ जिता लाए। वहीं राष्ट्रीय दल कांग्रेस और भाजपा आपस में दूसरे और तीसरे नंबर के लिए जोरआजमाइश करते रहे।
भाजपा के पूर्व सभासद और मंडल महामंत्री सतीश चुघ नगर पंचायत के लिए अध्यक्ष की सीट पर पार्टी के प्रबल दावेदारी थे। अनंतिम सूची में अध्यक्ष सीट ओबीसी महिला आरक्षित हो गई थी। लगातार आपत्तियां मिलने के बाद सीट सामान्य हो गई थी। यहां टिकट को लेकर शह और मात का खेल शुरू हो गया था। सतीश को जहां जिलाध्यक्ष गुंजन सुखीजा गुट का माना जा रहा था, वहीं दूसरी ओर संजीव भटेजा को विधायक अरविंद पांडेय का आशीर्वाद प्राप्त था।
आखिरकार टिकट संजीव भटेजा को मिला। टिकट कटने से सतीश ने विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और भाजपा से बगावत कर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का फैसला लिया। अपने साथ भाजपा के तीन पूर्व सभासदों का भी समर्थन लेकर सभी सात वार्डों में निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे। ऐसे में चुनाव परिणाम भी अप्रत्याशित रहा। इसमें न सिर्फ अध्यक्ष की सीट बल्कि अपने साथ पांच सभासद भी जीता लाए।
काम पर मिला वोट
जो काम करता है जनता उसके साथ है। यह गूलरभोज की जनता ने निकाय चुनाव में दिखा दिया। भाजपा के बागी सतीश चुघ निर्दलीय के रूप में मैदान में थे। उनकी ओर से जनता के कराए गए काम पर उनको वोट मिला। लोगों का कहना है कि सतीश ने वृद्धा पेंशन, विकलांग पेंशन, नल सहित कई जनकल्याण योजनाओं का लाभ दिलवाया है।