DelhiNational

अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर भारत-विरोधी कलाकृति बनाने की घटनाएं बढ़ी, लोकसभा में बोले केंद्रीय मंत्री

नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शुक्रवार को कहा कि हाल के महीनों में अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर भारत विरोधी चित्रों के इस्तेमाल की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने शुक्रवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि अमेरिका में हाल के महीनों में हिंदू मंदिरों पर हमला करने और भारत-विरोधी चित्र लिखने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार विदेशों में रहने वाले भारतीयों और प्रवासी भारतीय समुदाय की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। किसी भी मंदिर या पूजा स्थल पर हमले की जानकारी मिलते ही उसे अमेरिका सरकार के सामने राजनयिक माध्यमों से उठाया जाता है।

मामले में जांच कर रही है अमेरिकी पुलिस
मंत्री ने यह भी बताया कि मंदिरों की प्रबंधन समितियों और समुदाय संगठनों ने भी स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और मंदिरों को सुरक्षा देने की मांग की है। अमेरिकी पुलिस ने इन घटनाओं को घृणा अपराध मानकर जांच शुरू की है। अमेरिकी संसद (कांग्रेस) के कई सदस्य भी हिंदू समुदाय को निशाना बनाने वाली इन घटनाओं के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।

भारत-कनाडा रिश्तों में गिरावट की मुख्य वजह
लोकसभा में एक अन्य सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा कि भारत और कनाडा के रिश्तों में आई खटास की मुख्य वजह यह है कि कनाडा ने अपने देश में भारत विरोधी चरमपंथियों और अलगाववादियों को खुली छूट दे रखी है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने कई बार कनाडा से अपील की है कि वो ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे जो हमारे नेताओं की हत्या को महिमामंडित करते हैं, मौजूदा नेताओं और राजनयिकों को धमकी देते हैं, मंदिरों को नुकसान पहुंचाते हैं और भारत को टुकड़ों में बांटने की साजिश करते हैं।

कनाडा भारत के आंतरिक मामलों में करता है हस्तक्षेप- मंत्री
मंत्री ने इस दौरान यह भी आरोप लगाया कि कनाडा लगातार भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता आ रहा है, जिससे अवैध प्रवास और संगठित अपराध को बढ़ावा मिला है। भारत ने कनाडा सरकार की तरफ ले लगाए गए आरोपों को पूरी तरह खारिज किया है और उम्मीद जताई है कि दोनों देश आपसी सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर संबंधों को फिर से सुधार सकते हैं।

Related Articles

Back to top button