इस देश में फंसे भारतीय लोग , निकलना हुआ मुश्किल

ऐसे सैकड़ों परिवार हैं जिनके कुछ लोग कुवैत में रह गए हैं और कुछ भारत जाकर फंस गए हैं, और अब वो सब वापस आना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि छुट्टियों पर गए लोग वापस नहीं पहुंचे तो उनकी नौकरियां जा सकती हैं, बहुत सारे लोगों का वीज़ा ख़त्म होने वाले हैं और आगे कुवैत का यही रुख रहा तो ये रिन्यू नहीं किया जाएगा.

 

भारतीय कामगारों के लिए अच्छी खबर ये हैं कि इस प्रस्तावित क़ानून के तहत कुवैत में काम करने वाले भारतीय लोगों के लिए 15 फीसदी का कोटा तय किया गया है. हालांकि ये कानून लागू हुआ तो करीब 8.5 लाख भारतीयों को वापस लौटना पड़ सकता है.

भारतीय विदेश मंत्रालय को भारतीय नागरिकों पर लगाई गई इस पाबंदी की जानकारी है और वो इस मामले को प्रशासनिक स्तर पर सुलझाने की कोशिश कर रहा है.

कुवैत (Kuwait) ने सख्त कदम उठाते हुए फिलहाल देश में भारतीय नागरिकों (Indian) के प्रवेश पर रोक लगा दी है. गुरुवार को कुवैत सरकार ने घोषणा की कि पहली अगस्त से भारत (India), पाकिस्तान (Pakistan), नेपाल (Nepal), बांग्लादेश (Bangladesh), श्रीलंका (Srilanka), ईरान (Iran) और फिलीपींस से आने वालों को छोड़कर अन्य देशों में रहने वाले कुवैती नागरिक और प्रवासी आवाजाही कर सकते हैं. कुवैत ने घोषणा की है कि कल 1 अगस्त से साढ़े तीन महीने से बंद अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाओं को भी शुरू कर दिया जाएगा.

कुवैत बना रहा है नया कानूनबता दें कि कुवैत की सरकार ने भारतीय कामगारों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. कुवैत की सरकार ने एक नया मसौदा तैयार किया है जिसमें विदेशी लोगों को देश में काम करने की इजाज़त से संबंधित कुछ नए नियम बनाए जा रहे हैं.