कोरोना संकट के बीच सरकार द्वारा शराब के ठेकों को खोलने का निर्णय कही लॉकडाउन को न कर दे बर्बाद

देश में कोरोना संक्रमण सरकार की लॉकडाउन की कवायद चलने के बाद भी अभी तक रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है, वह अभी तक तो दिनप्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, लेकिन अच्छी बात यह है कि देश में स्थिति अभीतक पूर्ण रूप से नियंत्रण में है।

लेकिन कोरोना काल में शराब के ठेकों को खोलने के चलते जिस तरह से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गयी है, वह स्थिति देश व समाज के लिए बहुत ही चिंतनीय है, यह एक गलती आने वाले समय में देश के लोगों के जीवन पर बहुत भारी पड़ सकती है।

लोगों को चरणबद्ध तरीके से कुछ मिलने वाली छूट के साथ लॉकडाउन-3 का काल 4 मई से शुरू हो गया है। लोगों को मिलने वाली इस छूट में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि देश में ग्रीन-ऑरेंज-रेड सभी जोन में कुछ शर्तों के साथ शराब के ठेकों को खोलने की अनुमति प्रदान कर दी गई है।

इस अनुमति के आधार पर जब 4 मई को शराब के ठेके खुले तो वहाँ पर शराब खरीदने के लिए इकट्ठा भारी भीड़ का जमघट सोशल डिस्टेंसिंग के बनाए नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए नजर आया।