एक बार फिर केंद्र सरकार ने भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों में शामिल अधिकारियों को समय से पहले सेवानिवृत्ति कर दिया है। केंद्र सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप में आयकर विभाग (Income Tax) के 21 अधिकारियों को समय से पहले ही सेवानिवृत्ति कर दिया है। यह पांचवा मौका है, जब अधिकारियों को जबरन रिटायर किया गया है। इसकी जानकारी वित्त मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से है।
सूत्रों ने बताया कि, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने मोदी सरकार के कर्मचारियों की सेवा नियमावली के नियम 56 (जे) के तहत, भ्रष्टाचार और अन्य आरोपों में शामिल जनहित में बी समूह के आयकर विभाग (Income Tax) के 21 अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति पर भेज दिया है।
85 कर अधिकारी हुए जबरन रिटायर
बता दें कि, इस साल जून के बाद ये 5वां मौका है, जब भ्रष्ट कर अधिकारियों को सेवानिवृत्ति कर दिया गया है। इन 21 अधिकारियों को मिलाकर अब तक 85 कर अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है। इनमें 64 उच्चस्तर के अधिकारी भी शामिल थे। 64 उच्चस्तर के अधिकारियों में 12 CBDT के थे। इससे पहले, बीते सितंबर महीने में सरकार ने 15 कर अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृति दी थी।