हिंदू समाज से मिले सहयोग से किया जाएगा राम मंदिर का निर्माण, सरकार ने रखा 500 करोड़ का बजट

सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता तो प्रशस्त हो चुका है लेकिन सरकार और राममंदिर आंदोलन से जुड़े लोग बहुत जल्दबाजी करने के पक्ष में नहीं हैं। सरकार ने भी कहा है कि ट्रस्ट बनाने की हड़बड़ी नहीं है। इसके अलावा अन्य संबंधित पक्षों का कहना है शुभ मुहूर्त देखकर और खूब सोचविचार कर ही मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा। ऐसा माना जा रहा है कि अगले वर्ष फरवरी या मई महीने के शुभ लग्न और तिथियों में से किसी पर राम मंदिर का निर्माण शुरू हो सकता है।

मिली जानकारी के अनुसार जहां अभी रामलला विराजमान है उसी चबूतरे पर मंदिर का गर्भ ग्रह का निर्माण होगा। 3 महीने बाद जब ट्रस्ट बन जाएगा तो सभी की सहमति से अगले वर्ष शुभ मुहूर्त में मंदिर का निर्माण शुरू होगा। ऐसे 4 शुभ मुहूर्त हैं जब मंदिर का निर्माण शुरू किया जा सकता है।

जिस तरह से 1951 में गुजरात में बकायदा धार्मिक चैरिटेबल ट्रस्ट बनाकर सोमनाथ मंदिर का निर्माण किया गया, उसी तरह से राम मंदिर बनाने के लिए भी ट्रस्ट गठित होगा। इस ट्रस्ट में सरकारी प्रतिनिधि और राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे संघ परिवार के संगठनों के लोग शामिल हो सकते हैं।

विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि प्रयास यह रहेगा कि राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार से पैसा नहीं लिया जाए। राम मंदिर निर्माण हिंदू समाज से मिले सहयोग से ही किया जाएगा। विश्व हिंदू परिषद के सूत्रों का कहना है कि राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद के पास सामग्री के अतिरिक्त हिंदू समाज का कुछ अंशदान एकत्र है। ऐसा भी कहा जा रहा है कि 500 करोड़ का बजट तो राज्य सरकार ने अयोध्या के पुनर्निर्माण के लिए रखा है। अगर सरकार इस राशि में से कुछ अंश मंदिर निर्माण में लगाने का प्रस्ताव करती है तो उस पर विचार किया जा सकता है।

विश्व हिंदू परिषद के मुताबिक मंदिर निर्माण के लिए इकट्ठी की गई सामग्री मंदिर निर्माण में ही उपयोग में लाई जाएगी। संघ के मुताबिक अगले साल यानी साल 2020 में, चार ऐसी तिथियां है जिन्हें मंदिर निर्माण शुरू करने के लिए शुभ तिथि के रूप में छांटा जा सकता है। ऐसी पहली शुभ तिथि फरवरी के तीसरे हफ्ते में है, जबकि दूसरी शुभ तिथि अप्रैल में रामनवमी के दिन है। जिस शुभ तिथि पर सभी सहमत होंगे उसी पर राम मंदिर निर्माण शुरू कर दिया जायेगा।