भारत के इतिहास में पहली बार निर्भया के दोषियों के मरने के बाद होगा ऐसा…लोगो को नहीं हुआ विश्वास

निर्भया के चारों आरोपियों को फांसी पर लटकाने की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। 1 फरवरी को चारों दोषी मुकेश ठाकुर, अक्षय सिंह, पवन गुप्ता और विनय शर्मा को फांसी दी जाएगी।

 

जिसके लिए तिहाड़ जेल प्रशासन तैयारी में लग चुका है। फांसी के बाद चारों दोषियों के शव का पोस्टमार्टम भी किया जाएगा। दोषियों का पोस्टमार्टम एम्स अस्पताल में होगा।

ऐसा पहली बार होगा जब फांसी के बाद शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा। इससे पहले भारत में कभी भी फांसी देने के बाद दोषी का पोस्टमार्टम नहीं किया गया।

मिली जानकारी के मुताबिक निर्भया के दरिंदों को फांसी देने के बाद दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में पोस्टमार्टस किया जाएगा।

तिहाड़ में आखिरी बार फांसी अफजल गुरु को दी गई थी। कसाब का पोस्टमार्टम नहीं हुआ था। उसके शव को जेल में ही दफनाया गया था।

वहीं भारत में इससे पहले जितने भी दोषियों को फांसी दी गई है, उन सभी के पोस्टमार्टम नहीं किए गए थे। हालांकि 2014 में बने नए जेल नियम के मुताबिक अब दोषियों का पोस्टमार्टम किया जाएगा।

भारत में चार लोगों को एक साथ फांसी नहीं दी गई है। भारत के इतिहास में यह पहली बार है जब चार लोगों को एक साथ फांसी दी जाएगी।

ठीक 7 साल पहले 16 दिसंबर की रात को दिल्ली की सड़के भयानक घटना की गवाह बनी थी। जब 23 वर्षीय निर्भया का छह लोगों ने मिलकर चलती बस में का गैंगरेप किया था।

बाद में उसे बस से बाहर सड़क के किनारे फेंक दिया था। इलाज के लिए गई निर्भया की मौत सिंगापुर में हो गई थी। इस घटना को लेकर राजधानी से लेकर पूरे देश के लोगों में गुस्सा था।