हमास की कैद में रखे गए बंधकों के परिजनों का PM नेतन्याहू के भाषण के दौरान हंगामा, कहा- शर्म आनी चाहिए
इस्राइल-हमास के बीच पिछले एक साल से संघर्ष जारी है। इस संघर्ष के बीच हमास द्वारा अभी तक कुछ इस्राइली नागरिकों को बंधक बनाकर रखने पर बंधकों के परिवारवालों में आक्रोश तेज हो गया है। रविवार को इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के भाषण के दौरान बंधकों के परिजनों ने नारेबाजी की और पीएम से कहा- ‘आपको शर्म आनी चाहिए।’ नेतन्याहू सात अक्तूबर के हमले के पीड़ितों की याद में एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान पीड़ितों के परिवार वालों ने चिल्लाकर बताया कि उनके परिजनों की मौत हो चुकी है। एक अन्य परिजन ने नेतन्याहू से कहा कि उन्हें शर्म आनी चाहिए। इसे सुनने के बाद नेतन्याहू कुछ देर के लिए शांत हो गए। हालांकि, इसके बाद ही उन लोगों को इस कार्यक्रम से बाहर ले जाया गया था।
पीड़ितों के परिजनों ने पिछले साल हुए हमले के लिए इस्राइली सरकार को जिम्मेदार मान रहे हैं। उन्होंने बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने में विफल होने के लिए बी सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया। दूसरे स्मृति दिवस की घोषणा के बाद सात अक्तूबर के पीड़ितों के परिवजनों के भाषणों को कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया, क्योंकि यह डर था कि वे मंच का इस्तेमाल सरकार की आलोचना के लिए करेंगे।
ईरानी सैन्य ठिकानों पर आईडीएफ का हमला
इससे पहले शनिवार को ईरान की तरफ से इस्राइल पर 200 बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के एक महीने बाद इस्राइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने ईरानी सैन्य ठिकानों पर हमले किए। इसी महीने ईरान ने इस्राइल के तेल अवीव में मिसाइल दागे थे, जिसके बदले में शनिवार को इस्राइल की तरफ से हमला किया गया। ईरान की तरफ से कारर्वाई इस साल सितंबर में लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी के विस्फोट के बाद की गई। बता दें कि इस विस्फोट में कुछ लोगों की जान चली गई, जबकि 2800 लोग घायल हो गए थे।