एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) प्रमुख शरद पवार, राजनीतिक गलियारों में चल रही अफ़वाहों के बीच बुधवार को पीएम मोदी से मिलने पहुंचे. इस मुलाक़ात में उन्होंने भारी बारिश की वजह से किसानों की फसल बर्बादी को लेकर केंद्र सरकार से सहयोग की मांग की है.
बुधवार को शरद पवार ने संसद भवन के अंदर पीएम मोदी को एक पत्र सौंपा. इसमें उन्होंने लिखा, ‘मैनें दो ज़िलों से फसल बर्बादी का डाटा मंगवाया है. लेकिन अत्यधिक बारिश की वजह से मराठवाड़ा और विदर्भ के अलावा महाराष्ट्र के कई इलाक़ों में फ़सल की भारी बर्बादी हुई है. इस बारे में मैनें सभी ज़िलों से विस्तृत रिपोर्ट मंगवायी है जो जल्द ही आप तक पहुंचायी जाएगी.’
उन्होंने आगे लिखा, ‘राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा है. आपके हस्तक्षेप की नितांत आवश्कता है. मैं आपका सदा आभारी रहूंगा अगर किसानों को राहत पहुंचाने के लिए सरकार उनकी कोई मदद करे.’
ज़ाहिर है मीडिया में पीएम मोदी के साथ शरद पवार की मीटिंग को लेकर कई अफ़वाहें चल रही थी. कहा जा रहा था कि पीएम मोदी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार को राष्ट्रपति पद का ऑफर दे सकते हैं. इसके पीछे तर्क यह दिया गया था कि बीजेपी महाराष्ट्र में शिवसेना को सत्ता से दूर रखने के लिए यह क़दम उठाने वाली है.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने मुलाक़ात से पहले ही स्पष्ट किया था कि पीएम मोदी से मिलने का मतलब खिचड़ी पकाना ही नहीं होता है.