भूलकर भी अब मेट्रो में न करे ये काम, वरना देना होगा भारी जुर्माना

मेट्रो ट्रेन से आने जाने में यात्रियों को थर्मल स्क्रीनिंग और सुरक्षा जांच में लगने वाले समय से दिक्कतें न होने पाए। उन्होंने बताया कि अब 02 घंटे से अधिक समय तक कोई यात्री मेट्रो ट्रेन और स्टेशनों में रहता है तो उससे 10 रूपए प्रति घंटा के हिसाब से जुर्माना लिया जाएगा।

 

प्रबंध निदेशक ने कहा कि यूपीएमआरसीएल का उद्देश्य लखनऊ मेट्रो में कोरोना महामारी के दौरान बेहतर सेवा देना है। इसके लिए हम निरंतर प्रयास करते रहते हैं। ताकि लखनऊ वासियों की उम्मीदों पर मेट्रो खरी उतर सके ।

फिलहाल राजधानी के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया तक के 23 किलोमीटर मेट्रो रूट पर यात्रियों को बेहतर सेवा दी जा रही है। इसलिए अनलॉक -04 में गत 07 सितम्बर से प्रतिकूल परिस्थितियों में दोबारा शुरू हुई मेट्रो में यात्रियों का विश्वास लगातार बढ़ रहा है।

यूपीएमआरसीएल के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने शनिवार को बताया कि कोरोना महामारी के पहले लखनऊ मेट्रो में गो स्मार्ट कार्ड और टोकन से यात्रा करने की अवधि डेढ़ घंटे थी।

अब कोविड-19 की वजह से सुरक्षा, सतर्कता और सावधानियां बरती जा रही है तो यात्रियों की सुविधा के लिए गो स्मार्ट कार्ड और टोकन से यात्रा करने की अवधि 02 घंटे कर दी गई है।

यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसीएल) ने लखनऊ मेट्रो में गो स्मार्ट कार्ड और टोकन से यात्रा करने की अवधि डेढ़ घंटे से बढ़ाकर अब दो घंटे कर दिया है। लखनऊ मेट्रो में अब कोई यात्री 02 घंटे से अधिक समय तक रहता है तो उसे 10 रूपए प्रति घंटा के हिसाब से जुर्माना देना पड़ेगा।