स्तन कैंसर से बचाव के लिए जरूरी है सही जानकारी, जानिए इससे जुड़े मिथ्स-फैक्ट्स

दुनियाभर में तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि युवा आबादी भी इसका तेजी से शिकार हो रही है। ये महिलाओं में होने वाला सामने आम प्रकार का कैंसर है। साल 2022 में महिलाओं में स्तन कैंसर के करीब 23 लाख नए मामले सामने आए, वहीं इसके कारण विश्वभर में 670,000 मौतें हुईं। ये दुनियाभर में दूसरा सबसे आम प्रकार का कैंसर है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, युवा हो या वयस्क किसी भी उम्र की महिला स्तन कैंसर का शिकार हो सकती है। लाइफस्टाइल, आहार में गड़बड़ी के साथ-साथ कई प्रकार के पर्यावरणीय कारकों की भी इसमें भूमिका देखी जा रही है। ब्रेस्ट कैंसर को लेकर सभी महिलाओं को कम उम्र से ही सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता होती है। जिन महिलाओं के परिवार में पहले किसी को स्तन कैंसर हो चुका है, उनमें इसका खतरा और अधिक होता है।
स्तन कैंसर के बारे में लोगों को शिक्षित और जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल अक्तूबर माह को स्तन कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है। इस कैंसर से बचाव के लिए सही जानकारी होना जरूरी है। आइए स्तन कैंसर से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स जानते हैं।
मिथ- सिर्फ महिलाओं को ही होता है ब्रेस्ट कैंसर
ब्रेस्ट कैंसर को आमतौर पर महिलाओं में होने वाले कैंसर के रूप में जाना जाता है। पर इसे सिर्फ महिलाओं में होने वाली बीमारी मानकर चलना ठीक नहीं है। वैश्विक डेटा से पता चलता है कि पुरुषों में भी ब्रेस्ट कैंसर को खतरा हो सकता है।
नेशनल ब्रेस्ट कैंसर फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक इस वर्ष, अनुमान है कि लगभग 2,800 पुरुषों में स्तन कैंसर का निदान हो सकता है और 530 की मृत्यु हो गई। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं अगर किसी पुरुष को भी गांठ या निप्पल से खून आने जैसी दिक्कत हो रही है तो इसकी जांच जरूर कराएं।
मिथ- स्तन में गांठ होने का मतलब आपको स्तन कैंसर है।
स्तन में गांठ होने को स्तन कैंसर के सबसे आम लक्षणों में से एक माना जाता है, हालांकि हर बार गांठ होने का मतलब कैंसर ही नहीं है। कई बार लिंपोमा (वसा का जमाव) भी गांठ बनने का कारण हो सकती है। हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, अगर आपको स्तन में कोई नई गांठ दिखती है या स्तन ऊतक में कोई बदलाव दिखता है, तो समय रहते इसका निदान जरूर करा लें। ब्रेस्ट इमेजिंग टेस्ट के माध्यम से पता किया जा सकता है कि गांठ सामान्य है या कैंसर का कारण।
मिथ- ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है
इंटरनेट पर आपने भी जरूर सुना-पढ़ा होगा कि ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है, हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं इस बात का कोई भी मेडिकल प्रमाण नहीं है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जाता रहा है कि ब्रा पहनने, विशेष रूप से अंडरवायर स्टाइल के ब्रा, स्तन से लिंफ फ्ल्यूड के प्रवाह को रोक सकते है, जिससे ऊतकों में विषाक्त पदार्थ जमा हो सकते हैं। हालांकि इससे कैंसर होने के प्रमाण नहीं हैं।