पुलिस थाने में तब्दील हुआ एडॉल्फ हिटलर का घर, ऑस्ट्रिया के गृह मंत्रालय ने बताई यह वजह

एडॉल्फ हिटलर का जिस घर में जन्म हुआ था अब उसे पुलिस थाने में बदल दिया जाएगा। ऑस्ट्रिया के गृह मंत्रालय ने घोषणा की है। दरअसल, सरकार इस घर को नव-नाजी मंदिर बनने से रोकने के लिए कानूनी सख्ती दिख रही है। जर्मनी की सीमा से लगे उत्तरी शहर ब्रूनो में पीले रंग के कोने के घर को साल 2016 में सरकारी नियंत्रण में लिया गया था। इसी घर में 20 अप्रैल 1889 को हिटलर का जन्म हुआ था।

मगर, इमारत की नियति गैरलिंडे पॉमर परिवार के साथ चल रही एक लंबी कानूनी लड़ाई के साथ जुड़ा हुआ था, जो लगभग एक सदी तक इस घर का मालिक रहा है। यह कानूनी लड़ाई इस वर्ष खत्म हुई, जब देश की सर्वोच्च अदालत ने पॉमर को मुआवजे पर फैसला सुनाया। गृह मंत्रालय अब आर्किटेक्ट्स से निविदाएं आमंत्रित करेगा, जिसमें भवन को शहर की पुलिस बल का कार्यालय में बदला जा सके।

गृह मंत्री वोल्फगैंग पेसचोर्न ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पुलिस के द्वारा घर के भविष्य के उपयोग करने से यह स्पष्ट संकेत दिया जाना चाहिए कि यह इमारत कभी भी नाजीवाद की स्मृति में नहीं बदलेगी। शहर के एक प्रतिनिधि के साथ ईयू-वाइड आर्किटेक्चर प्रतियोगिता इस महीने विशेषज्ञों की एक जूरी के साथ शुरू की जाएगी। अगले साल की पहली छमाही में इस इमारत को पुलिस थाने के लिए सबसे अच्छे डिजाइन पर फैसला लेने की उम्मीद है।

ऑस्ट्रिया की सर्वोच्च अदालत ने इस साल की शुरुआत में फैसला सुनाया था कि पॉमर को मुआवजे में लगभग 810,000 यूरो (नौ लाख डॉलर) दिया जाना चाहिए। हालांकि, यह मुआवजा राशि उससे काफी कम थी, जितनी उन्होंने मांगी थी, लेकिन पहले की गई पेशकश से अधिक थी।

हालांकि, हिटलर ने इस संपत्ति पर कुछ ही समय बिताया था, लेकिन यह दुनिया भर के नाजी सहानुभूति रखने वालों को आकर्षित करता रहा है। हिटलर के जन्मदिन पर हर साल, फासीवाद-विरोधी प्रदर्शनकारी इमारत के बाहर एक रैली का आयोजन करते हैं।