
नई दिल्ली: भारत और चिली ने तय किया है कि दोनों देश व्यापक व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू करेंगे। चिली के राष्ट्रपति गैब्रियल बोरिक फॉन्ट भारत दौरे पर हैं। मंगलवार को चिली के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिहाज से कई अहम मुद्दों पर बात हुई। बोरिक पांच दिवसीय दौरे पर भारत आए हैं। अपने इस दौरे में वे भारत के साथ द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने का संभावनाओं को तलाशेंगे, जिनमें व्यापार और रक्षा क्षेत्र भी शामिल हैं।
‘दोनों देश महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में तलाशेंगे साझेदारी की संभावनाएं’
दोनों देशों के बीच शीर्ष नेतृत्व स्तर की बातचीत के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘आज हमारी टीमों ने व्यापक आर्थिक साझेदारी की दिशा में बातचीत की शुरुआत की है। दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में साझेदारी की संभावनाएं भी तलाशी जाएंगी।’ पीएम मोदी ने लैटिन अमेरिका में चिली को भारत का महत्वपूर्ण साझेदार बताया और कहा कि भारत, चिली को अंटार्कटिका के प्रवेश द्वार के तौर पर देखता है। भारत, चिली के साथ डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, अक्ष ऊर्जा, रेलवे, अंतरिक्ष और अन्य क्षेत्रों में अपना सकारात्मक अनुभव साझा करने के लिए तैयार है।
‘चिली में योग दिवस का एलान हमारे लिए प्रेरणा की बात’
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति बोरिक का यह पहला भारत दौरा है औऱ उनका भारत के साथ रिश्तों को मजबूत करने का समर्पण अद्भुत है। आज की बातचीत में हमने खाद्य सुरक्षा के मामले में एक दूसरे की क्षमताओं को मजबूत करने पर भी बात की। चिली में स्वास्थ्य सुरक्षा के क्षेत्र में भारत विश्वसनीय साझेदार है। ये बेहद खुशी की बात है कि चिली में योग को अपनाया जा रहा है। चिली में 4 नवंबर को योग दिवस घोषित किया जाना, हमारे लिए प्रेरणा की बात है। हमने चिली में आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के मुद्दे पर भी बात की। रक्षा क्षेत्र में बढ़ता सहयोग दोनों देशों के बीच बढ़ते आपसी विश्वास का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘संगठित अपराध, ड्रग तस्करी, आतंकवाद से मुकाबले के लिए भी हम सहयोग बढ़ाएंगे। वैश्विक मोर्च पर भारत और चिली का मानना है कि संघर्षों को बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए। हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के भी पक्ष में हैं। भारत और चिली के बीच भले ही बहुत दूरी है, लेकिन दोनों देश प्राकृतिक रूप से जुड़े हुए हैं। चिली में भारतीय सिनेमा की बढ़ती लोकप्रियता हमारे सांस्कृतिक संबंधों का उदाहरण है। भारत औऱ चिली के बीच छात्रों के एक्सचेंज को भी बढ़ाया जाएगा।’