कांग्रेस प्रत्याशी का दावा: भाजपा के 150 गुंडों ने तलवार से किया हमला तीन-चार घंटे तक…

गुजरात में कांग्रेस के एक विधायक शनिवार शाम को लापता हो गए थे। आज सुबह कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता के नेतृत्व में भीड़ द्वार तलवारों से हमला किए जाने के बाद उन्होंने जंगल में रात बिताई। भाजपा ने अभी तक इस आरोप का जवाब नहीं दिया है।

आरोप लगाने वाले कांग्रेस नेता कांटी खराड़ी गुजरात के बनासकांठा से चुनाव लड़ रहे हैं। बता दें कि बनासकांठा में दूसरे चरण के तहत आज वोटिंग हो रही है। उन्होंने इस सीट से भाजपा प्रत्याशी लाधू पारघी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है।

कांग्रेस के प्रत्याशी का दावा है कि हमले के बाद वे भाग निकले और घंटों जंगल में छिपे रहे। उन्होंने यह भी कहा कि वह इलाज के लिए अस्पताल गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांटी खराड़ी ने कहा कि मुझ पर बीजेपी प्रत्याशी और उनके 150 गुंडों ने रात साढ़े नौ बजे के करीब तलवारों से हमला किया। वे मुझे मार देते, इसलिए मैं तीन-चार घंटे तक भागकर जंगल में छिपा रहा। तीन-चार घंटे बाद पुलिस ने मुझे ढूंढ निकाला।

उन्होंने आरोप लगाया कि वह अपने मतदाताओं के पास जा रहे थे जब भाजपा उम्मीदवार और उनके गुंडों ने उनकी कार को रोक लिया और उन्हें घेर लिया। कांग्रेस विधायक ने कहा, “उन्होंने हमें रोका, फिर हमने कार मोड़ दी और दूसरी कार ने हमें दूसरी तरफ से रोक लिया। फिर हम कार छोड़कर भाग गए। हमने सोचा कि हमें बच जाना चाहिए, हम 10-15 किमी तक भागे।”

उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें भाजपा उम्मीदवार द्वारा पहले भी धमकी दी गई थी और सुरक्षा के लिए चुनाव आयोग से उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया था। बता दें कि देर रात राहुल गांधी ने ट्वीट किया था कि बनासकांठा से कांग्रेस विधायक खराडी लापता हैं।

राहुल गांधी ने कहा था कि  कांग्रेस के आदिवासी नेता व दांता विधानसभा प्रत्याशी कांतिभाई खराड़ी पर भाजपा के गुंडों ने बेरहमी से हमला किया और अब लापता हैं। कांग्रेस ने चुनाव आयोग के अलावा अर्धसैनिक बल की तैनाती की मांग की थी, लेकिन आयोग उस पर सोया रहा। सुनिए भाजपा-हम डरने वाले नहीं हैं। कांग्रेस सांसद ने लिखा, हम डरेंगे नहीं, डटकर मुकाबला करेंगे।

गुजरात कांग्रेस के नेता जिग्नेश मेवानी ने भी ट्वीट किया कि खराडी पर हमला इसलिए किया गया क्योंकि भाजपा को हार का डर था। उन्होंने ट्वीट में कहा, “उनके चौपहिया वाहन को रोकते समय उन्हें मारने का प्रयास किया गया। वाहन पलट गया। फिर भी कांतिभाई खराड़ी लापता हैं।”