भारत को घेरने के लिए चीन ने इस देश को किया खड़ा , किसी भी वक्त हो सकता…

नेपाल गृह मंत्रालय के आदेश के बाद यहां पर चाइना की 150 रोशनी कम्बाइंड आर्म्स ब्रिगेड भी तैनात है. चाइना ने पिछले महीने ही हिंदुस्तान के साथ तनाव के बीच इस इलाके में सेना को तैनात किया है.

 

इस इलाके से करीब 10 किलोमीटर दूर पाला क्षेत्र है, जहां पर चाइना की चौकी उपस्थित है. कुछ समय पहले हिंदुस्तान ने लिपुलेख में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर सड़क निर्माण किया है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच नेपाल ने लिपुलेख में आर्म्ड पुलिस फोर्स ( NPF ) की 44वीं बटालियन को तैनात कर दिया है.

पिछले सप्ताह नेपाल के गृह मंत्रालय ने इसको लेकर सेना को एक आदेश जारी किया था. आदेश में बोला गया था कि हिंदुस्तान व चाइना के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, ऐसे में लिपुलेख सीमा की कठोर निगरानी महत्वपूर्ण है.

आपको बता दें कि हिंदुस्तान के जिन तीन इलाकों ( लिपुलेख, कालापानी व लिम्पियाधुरा ) को नेपाल ने अपने नक्शे में शामिल किया है उसे टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया -जंक्शन बोला जाता है, क्योंकि ये वो क्षेत्र है जहां भारत, नेपाल व चाइना की सीमाएं मिलती हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल ने इस सारे इलाके में सेना की एक पूरी बटालियन को ही तैनात कर दिया है. इससे सारे इलाके में माहौल गरमा गया है.

हिंदुस्तान व नेपाल के बीच तनाव की स्थिति बहुत ज्यादा बढ़ गई है. नेपाल सरकार ने तैनात किए गए बटालियन को साफ आदेश दिया है कि इंडियन आर्मी की हर गतिविध पर पूरी नजर रखें.

दरअसल, बीते कई महीनों से भारत-नेपाल के बीच लिपुलेख, कालापानी व लिम्पियाधुरा को लेकर तनाव बना हुआ है. पहले नेपाल ने हिंदुस्तान के तीन इलाकों को अपने नक्शे में शामिल कर संसद से पारित कराया तो वहीं, अब लिपुलेख में भारी संख्या में सेना की तैनाती कर दी है.

लद्दाख में सीमा टकराव को लेकर भारत-चीन के बीच तल्खियां बहुत ज्यादा बढ़ गई है व दोनों राष्ट्रों में तकरार बढ़ता ही जा रहा है. अब चाइना ने हिंदुस्तान को घेरने के लिए पड़ोसी देश नेपाल को भी हिंदुस्तान के विरूद्ध खड़ा कर दिया है. इस साजिश में चाइना कुछ हद तक सफल भी हो गया है.