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मणिपुर में बिगड़ते हालात पर केंद्र की नजर, गृह मंत्रालय ने पुलिस बल की 50 और कंपनियां भेजने का लिया फैसला

इंफाल:  मणिपुर में लगातार बिगड़ रही कानून व्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार भी सतर्क है और पूरे हालात पर निगाह बनाए हुए है। अब खबर आई है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य में केंद्रीय पुलिस बल की 50 अतिरिक्त कंपनियां भेजने का फैसला किया है। ये अतिरिक्त टुकड़ियां अगले सप्ताह मणिपुर भेजी जा सकती हैं। केंद्र ने यह फैसला जिरीबाम में हिंसा भड़कने के बाद लिया है। इससे पहले गृह मंत्रालय ने बीते हफ्ते ही केंद्रीय बलों की 20 टुकड़ियां भी भेजी थी। जिनमें 15 टुकड़ी सीआरपीएफ जवानों की और 5 टुकड़ी बीएसएफ जवानों की थी।

मणिपुर में केंद्रीय बलों की 218 टुकड़ियां तैनात
रिपोर्ट्स के अनुसार, अब अगले हफ्ते जिन 50 टुकड़ियों को भेजने का फैसला हुआ है, उनमें 35 टुकड़ियां सीआरपीएफ की और बाकी बीएसएफ की होंगी। सीआरपीएफ के महानिदेशक एडी सिंह और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के वरिष्ठ अधिकारी पहले ही मणिपुर में कैंप कर रहे हैं। मणिपुर में पिछले सप्ताह की तैनाती के बाद केंद्रीय बलों की कुल 218 टुकड़ियां तैनात हो चुकी हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी सोमवार को मणिपुर के हालात पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अहम बैठक करेंगे। इस बैठक में मणिपुर में जारी हिंसा के हालात से निपटने के लिए रणनीति तैयार की जा सकती है।

महिलाओं और बच्चों की हत्या के बाद से लगातार बिगड़ रहे हालात
मणिपुर के जिरीबाम में महिलाओं और बच्चों की हत्या के बाद से हंगामा जारी है। हाल के दिनों में कई विधायकों के घरों में गुस्साई भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी की है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के टकराव में एक व्यक्ति की मौत हुई है। हालात को देखते हुए मणिपुर के छह थाना क्षेत्रों में अफस्पा कानून फिर से लागू कर दिया गया है और इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं। साथ ही कुछ जगहों पर कर्फ्यू लगा दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि मैतई और कुकी- जो समुदायों के सशस्त्र उग्रवादी गुट हिंसा कर रहे हैं और उसमें आम लोगों की जान जा रही है। मणिपुर में पिछले साल मई से जारी जातीय संघर्ष में अब तक 220 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग बेघर हुए हैं।

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