अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा व स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेजने के केंद्र गवर्नमेंट के निर्णय को सही ठहराया है।उन्होंने बोला कि CBI की निष्पक्षता के लिए अधिकारियों को हटाना महत्वपूर्ण हो गया था।
ज्ञात हो कि अंदरूनी मनमुटाव जगजाहिर होने के बाद गवर्नमेंट ने दखल कर 23 अक्टूबर की आधी रात को CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा व स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया था।
सीबीआई डायरेक्टर को हटाने को लेकर केंद्रीय मंत्री व आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बोला कि ऐसी परिस्थितियां बन गई थी। CBI की निष्पक्षता के लिए यह आवश्यक था। वहीं, पटना में सीपीआई रैली पर केंद्रीय मंत्री ने बोला कि रैली करना विपक्ष का कार्य है लेकिन उससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
वहीं, ‘CBI बनाम सीबीआई विवाद’ को लेकर CBI डायरेक्ट आलोक वर्मा को आकस्मित छुट्टी पर भेजे जाने के विरूद्ध याचिकाओं पर सुप्रीम न्यायालय शुक्रवार को सुनवाई करेगा।सीजीआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ तीन जजों की पीठ आलोक वर्मा व प्रशांत भूषण की एनजीओ कॉमन कॉज की याचिका पर सुनवाई करेगी।
दरअसल, एनजीओ कॉमन कॉज ने गुरुवार को सुप्रीम न्यायालय में याचिका दायर कर मांग की कि आलोक वर्मा को CBI निदेशक पद से हटाए जाने व नागेश्वर राव को अंतरिम निदेशक बनाए जाने मामले की जांच न्यायालय की निगरानी में कराई जाए। इसके अतिरिक्त याचिका के जरिए ये भी बोला गया है कि CBI के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पर लगे आरोपों की जांच भी न्यायालय की निगरानी में कराई जाए।