सीबीआई में कुछ दिनों पहले ही विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पर घूस लेने के आरोप लगने के बाद से ही उनके व सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा के बीच बहसबाजी वअहम की लड़ाई छिड़ गई थी। इस वजह से CBI की साख लगातार गिरते ही जा रही थी। लेकिन अब केंद्र गवर्नमेंट ने इस बात को गंभीरता से लेते हुए एक बड़ी कार्यवाई की है।

दरअसल केंद्र गवर्नमेंट ने CBI निदेशक आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना के बीच बढ़ती ही जा रही बहसबाजी व उससे प्रभावित हो रहे सीबीआई के कामकाज को गंभीरता से लेते हुए एक बड़ी कार्रवाई कर CBI निदेशक आलोक वर्मा से उनके सभी अधिकार छीन लिए है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि केंद्र गवर्नमेंट ने देर रात एक आदेश जारी कर CBI के नए अंतरिम निदेशक की नियुक्ति भी कर दी है। सीबीआई ने यह कमान एम नागेश्वर राव को सौपी है।
CBI डाय
आपको बता दें कि एम नागेश्वर राव अब तक CBI में ही संयुक्त निदेशक के पद पर तैनात थे। केंद्र गवर्नमेंट ने आलोक वर्मा के साथ-साथसीबीआई में कार्यरत डीआईजी मनीष कुमार सिन्हा व तिरिक्त निदेशक पॉलिसी अरुण शर्मा के विरूद्ध भी कार्रवाई करते हुए उन्हें छुट्टी पर भेज दिया गया है।