हरियाणा में जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बसपा को नहीं दिया वोट, लेकिन मेहनत बेकार नहीं जाएगी

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने हरियाणा चुनाव में मिली शिकस्त का ठीकरा जाट समाज के जातिवादी लोगों पर फोड़ा है। उन्होंने मंगलवार को चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव बसपा व इंडियन नेशनल लोकदल ने गठबंधन करके लड़ा, लेकिन परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बसपा को वोट नहीं दिया। जिससे बसपा के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अंतर से हार गए। हालांकि, बसपा का पूरा वोट ट्रांस्फर होने का उन्होंने दावा किया है।
उन्होंने आगे कहा कि यूपी के जाट समाज के लोगों ने अपनी जातिवादी मानसिकता को काफी हद तक बदला है और वे बसपा से एमएलए तथा सरकार में मंत्री भी बने है। हरियाणा प्रदेश के जाट समाज के लोगों को सलाह दी कि यूपी के जाट समाज के पदचिन्हों पर चलकर उन्हें अपनी जातिवादी मानसिकता को बदलना चाहिए। बसपा के लोगों द्वारा पूरी दमदारी के साथ यह चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने आभार जताया और उनकी मेहनत बेकार नहीं जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि बसपा के लोगों को निराश नहीं होना है और न ही हिम्मत हारनी है, बल्कि अपना रास्ता खुद बनाने के लिए तत्पर रहना है। संघर्ष से नया रास्ता जरूर निकलेगा।