उत्तर प्रदेश में इतने दिनों तक बढाया जा सकता है…तारीख…

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव  की तारीख बढ़ाई जा सकती है. दिसंबर में पंचायत चुनाव का कार्यकाल पूरा हो रहा है, लेकिन कोरोना महामारी और निर्वाचन की तैयारियां मुकम्मल नहीं है.

 

लिहाजा सरकार इस बात की तैयारी कर रही है कि पंचायत चुनाव को 6 महीने के लिए आगे बढ़ा दिया जाए. साथ ही इस बात पर भी विचार किया जा रहा है .

या तो प्रधानों व क्षेत्र पंचायत सदस्यों का कार्यकाल 6 महीने के लिए बढ़ाया जाए या फिर एडीओ को प्रशासक के तौर पर नियुक्त किया जाए. फिलहाल सूत्रों के मुताबिक यूपी में अभी पंचायत चुनाव निर्धारित समय पर नहीं होगा.

दरअसल, जिस तरह से लॉकडाउन में ढील दी जा रही है उसे देखते हुए लग रहा है कि पंचायत चुनाव समय पर ही होंगे, लेकिन लगातार बढ़ रहे संक्रमित मरीजों के मामले और प्रवासी कामगारों के लौटने की वजह से त्रि-स्तरीय ग्राम, क्षेत्र और जिला पंचायत चुनाव तय समय पर निर्वाचन पूर्व प्रक्रिया पूरी न होने पर स्थगित हो सकते हैं.

बता दें कोरोना महामारी और प्रवासी श्रमिकों की वापसी के चलते निर्वाचन प्रक्रिया की अभी शुरुआत नहीं हुई है. वोटर लिस्ट, परिसीमन व अन्य निर्वाचन प्रक्रिया को पूरा करने में करीब 5 महीने का वक्त लगेगा.

इतना ही नहीं 40 दिन पहले पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी करनी होगी. मौजूदा हालात में ऐसा होता दिख नहीं रहा.भारत की पंचायती राज प्रणाली में गाँव या छोटे कस्बे के स्तर पर ग्राम पंचायत या ग्राम सभा होती है जो भारत के स्थानीय स्वशासन का प्रमुख अवयव है।

सरपंच, ग्राम सभा का चुना हुआ सर्वोच्च प्रतिनिधि होता है। प्राचीन काल से ही भारतवर्ष के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक जीवन में पंचायत का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। सार्वजनिक जीवन का प्रत्येक पहलू इसी के द्वारा संचालित होता था।