जाती-धर्म की सीमा को तोड़ यहाँ कोरोना संकट के बीच मुस्लिम युवक ने हिंदू बुजुर्ग का किया अंतिम संस्कार

देश में कोरोनावायरस का कहर लगातार जारी है इसी बीच इंसानियत के लिए मिसाल बनने वाली घटना सामने आई है , मुस्लिम बहुल बस्ती में हिन्दू बुजुर्ग की मौत होने के बाद पड़ोसी मुस्लिमों ने पूरे हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार करवाया. मुस्लिमों ने ही अपने हाथों से नहलाया, सामान लाकर अर्थी बनाई और कंधा देकर श्मशान भूमि ले जाकर उनका विधिपूर्वक अंतिम संस्कार कराया.

मानवता की यह मिसाल बांद्रा स्टेशन से लगे गरीब नगर झोपड़ पट्टी में पेश की गई. 3 अप्रैल को गरीब नगर में रहने वाले 68 साल के प्रेमचंद की मौत हो गई. उनके बेटे मोहन को अंतिम संस्कार कैसे किया जाता है, इसकी कोई जानकारी नहीं थी और दूसरे भाई नाला सोपारा में रहते हैं जो लॉकडाउन की वजह से आ नहीं सकते थे. मोहन ने बताया मैं बचपन से ही गरीब नगर बस्ती में रहता हूं, मुझे ज्यादा जानकारी नहीं थी और लॉकडाउन की वजह से अपने लोगों की मदद भी नामुमकिन थी. तब आसपड़ोस के मुस्लिम परिवारों ने मिलकर अंतिम संस्कार में मदद की.