BJP सांसदों ने जीडीपी रिपोर्ट पर जताया विरोध

 भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी की अध्यक्षता वाली संसद की एक समिति ने मसौदा रिपोर्ट में राष्ट्र के की गणना के लिए अपनायी गयी पद्धति पर सवाल उठाया है इसमें बोला गया है कि इसमें जमीनी वास्तविकता को दिखाने के लिए प्रणाली की समीक्षा की आवश्यकता है गुरुवार को आकलन समिति के समक्ष पेश रिपोर्ट को लेकर समिति में शामिल बीजेपी सांसद के बीच मतभेद हो गया जहां जोशी रिपोर्ट स्वीकार करने के पक्ष में थे वहीं बीजेपी के निशिकांत दुबे की अगुवाई में पार्टी के अन्य सदस्यों ने इसका विरोध किया

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विपक्षी दल के सांसदों से मिला समर्थन
मीटिंग में मौजूद एक सूत्र ने बोला कि मीटिंग में जोशी का उनकी ही पार्टी के सांसदों ने विरोध किया वहीं विपक्षी दलों के सांसदों ने उनका समर्थन किया रिपोर्ट में बोला गया है, ‘विस्तृत जांच पड़ताल से जीडीपी आकलन के तरीके में कई कमियां पाई गई इसमें सर्वाधिक जरूरी यह पाया गया कि प्राकृतिक संसाधन में कमी को इसमें शामिल नहीं किया जाता ‘

जमीनी सच का पता चलना चाहिए
साथ ही इसमें इस बात के आकलन का कोई उपाय नहीं है कि जीडीपी में वृद्धि से क्या लोगों की खुशहाली भी बढ़ती है रिपोर्ट में समिति ने यह निष्कर्ष निकाला है कि जीडीपी आकलन के लिए तैयार की गई प्रणाली की समीक्षा की आवश्यकता है इसमें जमीनी सच का पता चलना चाहिए

अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की रेटिंग पर प्रभाव पड़ेगा
दूसरी तरफ रिपोर्ट में किए गए दावों का विरोध करते हुए दुबे ने बोला कि हिंदुस्तान ने जीडीपी के आकलन के लिये वैश्विक रूप से स्वीकार्य मानदंडों को अपनाया है  वैश्वीकरण के इस युग में राष्ट्र वृद्धि दर का एक अलग उपाय अपनाकर स्वयं को अलग-थलग नहीं कर सकता उन्होंने बोला कि अगर राष्ट्र ऐसा करता है तो इससे विदेशी निवेश प्रवाह अंतर्राष्ट्रीयएजेंसियों द्वारा की जाने वाली रेटिंग पर प्रभाव पड़ेगा