झारखंड के गिरिडीह में एक चुनावी रैली के दौरान कांग्रेस पर भड़के गृह मंत्री अमित शाह, कही ये बड़ी बात

गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को झारखंड के गिरिडीह में एक चुनावी रैली के दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। नागरिकता संशोधन बिल के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सालों से हिंदू-मुसलमान की राजनीति, नक्सलवाद और आतंकवाद को बढ़ावा देती आई है।

शाह ने सीएबी की आलोचना के लिए कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, ‘जब हम तीन तलाक का कानून लाए तो कांग्रेस ने इसे मुस्लिम विरोधी बताया। हमने 370 हटाई तो कांग्रेस इसे मुस्लिम विरोधी बताया। अब हम सीएबी लाए तो कांग्रेस के पेट में दर्द हो गया।।’

सीएबी को लेकर पूर्वोत्तर में जारी विरोध प्रदर्शनों के लिए विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि ‘विपक्षी नॉर्थ ईस्ट में आग लगाने में पड़े हैं।’

शाह ने कहा, ‘मैं असम और नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों के भाई बहनों को कहना चाहता हूं कि उनकी भाषा, संस्कृति, सामाजिक पहचान और उनके राजनीतिक अधिकार अक्षुण्ण रखा जाएगा और इस पर तनिक भी आंच नहीं आने दी जाएगी।’

शाह ने कहा कि उनकी सरकार जल्द ही पूर्वोत्तर में जारी विरोध प्रदर्शनों का समाधान निकालेगी। उन्होंने कहा, ‘कल मेघालय के मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री मिलने आए। उन्होंने कुछ समस्या बताई। मैंने आश्वासन दिया है कि इसमें सकारात्मक रूप से सोचकर मेघालय की समस्या का हम समाधान निकालेंगे।’

शाह ने राम जन्मभूमि के मुद्दे पर कहा कि कांग्रेस ने इस मामले को सालों तक लटका रखा। उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट में राम जन्मभूमि पर फैसला हो गया है। वर्षों से मामला कोर्ट में चल रहा था, लेकिन कांग्रेस ने वर्षों तक इस मसले को लटकाकर रखा। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब अयोध्या में आसमान को छूने वाला भव्य राम मंदिर जल्द बनने वाला है।

इससे पहले शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की ‘भारत बचाओ’ रैली में राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के लिए मोदी और शाह को माफी मांगनी चाहिए।

राहुल ने कहा, ‘मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं बल्कि राहुल गांधी है और मैं कभी माफी नहीं मांगूंगा।’ दरअसल, झारखंड की चुनावी रैली में राहुल के दिए रेप इन इंडिया बयान के लिए बीजेपी की महिला सांसदों ने संसद में हंगामा करते हुए राहुल से माफी की मांग की थी। बाद में इन सांसदों ने राहुल के इस बयान के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत भी दर्ज कराई थी।