दो डिप्टी सीएम, पांच मंत्री, एक केंद्रीय मंत्री के बाद मुख्यमंत्री योगी करेंगे जनसभा
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वाराणसी: उपचुनाव के लिए भाजपा ने सभी सीटों पर दिग्गजों को उतारकर ताकत झोंक दी है। 13 नवंबर को मतदान होना है। उससे पहले खुद मुख्यमंत्री अब सभी सीटों पर चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगे। मझवां में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तीन जनसभाएं कर चुके हैं, तो ब्रजेश पाठक एक जनसभा को संबोधित कर चुके हैं। इसके अलावा यूपी सरकार के पांच मंत्रियों के साथ केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल लगातार जनसभाएं और प्रचार कर रही हैं। बता दें कि यह सीट यह सीट निषाद पार्टी के विधायक डॉ. विनोद बिंद के भदोही से सांसद बनने के बाद खाली हुई थी।
अनिल राजभर को बनाया गया है प्रभारी मंत्री
मझवां सीट का प्रभारी मंत्री अनिल राजभर को बनाया गया है। वह प्रचार के साथ ही वहीं प्रवास कर रहे हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां पहुंचकर चुनाव प्रचार को धार देंगे। आदर्श नगर पंचायत स्थित श्रीगांधी इंटरमीडिएट इंटर काॅलेज के खेल मैदान पर जनसभा को संबोधित करेंगे। उपचुनाव की घोषणा से पहले मुख्यमंत्री यहां एक जनसभा संबोधित कर चुके हैं। चुनाव की घोषणा होने के बाद यह उनकी पहली चुनावी रैली होगी। यहां पार्टी ने केशव प्रसाद मौर्य को सबसे अधिक सक्रिय रखा है।
उन्होंने तीन जनसभाओं को संबोधित किया और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर चुनाव की तैयारियां देखी। जबकि एक जनसभा को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संबोधित किया। इसके अलावा उप्र सरकार में मंत्री मंत्री गिरीश यादव, मंत्री सूर्यप्रताप शाही, मंत्री ओमप्रकाश राजभर, मंत्री आशीष पटेल यहां जनसभाओं के साथ डोर टू डो प्रचार में भी उतर चुके हैं।
मझवां विधानसभा का इतिहास
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल से पार्टी ने पिछले एक महीने में कई रैलियां कराई हैं। जबकि मंत्री अनिल राजभर को चुनाव का प्रभारी बनाया गया है तो वह लगातार यहां प्रचार के साथ प्रवास भी कर रहे हैं। इसके अलावा विधायक भूपेश चौबे, सुनील पटेल, अनुराग पटेल, रमाशंकर पटेल, एमएलसी विनीत सिंह और धर्मेंद्र राय भी लगातार प्रचार कर रहे हैं।
मझवां विधानसभा सीट पर 1952 में पहली बार चुनाव हुआ, जिसमें कांग्रेस के बेचनराम ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद यहां कांग्रेस, जनसंघ, जनता दल, बसपा और भाजपा ने इस सीट पर जीत हासिल की। 2017 में भाजपा से सुचिस्मिता मौर्य और 2022 में निषाद पार्टी के डॉ. विनोद बिंद यहां से चुनाव जीत चुके हैं। बसपा भी यहां से पांच बार चुनाव जीत चुकी है।