विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद, यूपी में हुआ ये, लोगो में मचा हडकंप

गाड़ी के पलटने के साथ ही यह भी एक रहस्य है की हमेशा गाड़ी से चलने वाला विकास एसटीएफ के अतिप्रशक्षित और शारीरिक रूप से मजबूत जवानों से भी तेज़ दौड़ कैसे सकता था और तो और मिलिट्री हथियार चलाने में माहिर आतंकी कसाब भी कभी किसी भी सुरक्षाकर्मी की राइफल नहीं छीन सका लेकिन विकास ने छीन लिया।

उपरोक्त घटनाओं से स्पष्ट होता है की या तो उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ निकम्मी और अप्रशिक्षित है इसीलिए विकास दुबे को नहीं पकड़ सकी और अगर प्रशिक्षित है तो उपरोक्त घटनाक्रम बस एक कहानी मात्रा है जो बड़े बड़े माननीयों और सफ़ेदपोशों के नामो को बचने के लिए गढ़ी गई है.

कानपुर मुठभेड़ (Kanpur Encounter) का मुख्य आरोपी विकास दुबे (Vikas Dubey dead) एनकाउंटर में मारा गया है। कानपुर गोलीकांड के मास्टरमाइंड विकास दुबे (Vikas Dubey) को कानपुर ला रही यूपी एसटीएफ के काफिले की गाड़ी आज (10 जुलाई) को दुर्घटनाग्रस्त हो गई।

बताया गया कि जो गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई, उसी में विकास दुबे भी सवार था। पुलिस के अनुसार जैसे ही गाड़ी पलटी विकास दुबे ने बंदूक छीनकर भागने की कोशिश की।

इस एनकाउंटर के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाए देखने को मिल रही है। ट्विटर पर #vikasDubeyEncounter ट्रेंड कर रहा है। सोशल मीडिया यूजर इस एनकाउंटर को फेक बता रहे हैं। तो कुछ लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ कर रहे हैं।

इसी दौरान पुलिस ने कुख्यात अपराधी विकास दुबे पर फायरिंग की और वह मार गिराया। विकास दुबे के मारे जाने की खबर की पुलिस ने भी अधिकारिक पुष्टी की है।

आज सुबह 6.30 बजे विकास को कानपुर ले जा रही एसटीएफ की गाड़ी रहस्यमयी तरीके से पलट गई और विकास और 55 वर्षीय विकास दुबे जेम्स बांड की तरह एसटीएफ के नौसिखियों से राइफल छीन कर एक रेसर की तरह दौड़ते हुए भागने लगा।

अंततः एसटीएफ को विकास के ऊपर गोली चलानी पड़ी और विकास के साथ ही अनेक माननीयों और सफेदपोशों के काले रहस्यों की भी सांसे थम गईं.